साल 2025 में प्रयागराज में महाकुंभ मेले का आयोजन होगा। महाकुंभ मेले के दौरान सबसे पहले नागा साधु शाही स्नान करेंगे।
Image Source : Social लेकिन क्या आप जानते हैं कि, आखिर नाग साधु ही सबसे पहले शाही स्नान क्यों करते हैं? अगर नहीं, तो आइए जानते हैं इसके बारे में।
Image Source : Social नागा साधुओं के महाकुंभ के दौरान सबसे पहले स्नान करने की परंपरा को लेकर विद्वानों के अलग-अलग कथन हैं।
Image Source : Social कुछ लोग मानते हैं कि, आदि शंकराचार्य ने वैदिक धर्म की पुनर्स्थापना करने के बाद यह परंपरा शुरू की थी।
Image Source : Social नागा साधु धर्म की रक्षा करने के लिए आवश्यकता पड़ने पर शस्त्र भी उठा लेते हैं, और हंसते हुए अपने प्राण भी न्योछावर कर देते हैं।
Image Source : Social उनके इसी निश्छल भाव को देखते हुए शंकराचार्य के द्वारा सम्मान स्वरूप उन्हें सबसे पहले महाकुंभ में स्नान करवाने की परंपरा शुरू हुई।
Image Source : Social वहीं कुछ लोग मानते हैं कि, जब मुगल शासकों ने भारत पर आक्रमण किया, तो यहां के राजाओं ने नागा साधुओं से सहायता ली।
Image Source : Social नागा साधुओं को धर्म के रक्षक के रूप में सम्मान देने के लिए भारत के राजाओं ने इन्हें सबसे पहले शाही स्नान करवाने की परंपरा शुरू की।
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