महाकुंभ का हिंदू धर्म में बड़ा महत्व है। हर 12 साल के अंतराल में ये मेला आयोजित किया जाता है।
Image Source : Social लेकिन क्या आप जानते हैं कि, आखिर महाकुंभ होता क्या है, इसके पीछे का इतिहास क्या है? अगर नहीं तो आज हम आपको इसके बारे में जानकारी देंगे।
Image Source : Social धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, महाकुंभ मेले का इतिहास समुद्र मंथन के समय से जुड़ा है।
Image Source : Social माना जाता है कि, जब देवताओं और असुरों के बीच अमृत पान के लिए कलश को पाने की होड़ लगी तो, अमृत की कुछ बूंदें धरती पर चार स्थानों पर गिरीं।
Image Source : Social ये चार स्थान थे- प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन इसलिए महाकुंभ का आयोजन इन्हीं स्थान पर किया जाता है।
Image Source : Social वहीं असुरों और देवताओं के बीच अमृत प्राप्त करने के लिए 12 दिनों तक युद्ध लड़ा गया है।
Image Source : Social माना जाता है कि, देवताओं का एक दिन मनुष्यों के एक साल के बराबर होता है।
Image Source : Social इसीलिए हर 12 साल में महाकुंभ का आयोजन किया जाता है।
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