हनुमान जी की श्रद्धा से पूजा करने पर वह शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं और कलयुग में सबसे ज्यादा लोग उन्हीं की भक्ति करते हैं।
Image Source : India Tv मान्यता है कि पवन पुत्र अजर-अमर हैं और उनकी पूजा करने से पहले जो भगवान राम का स्मरण करता है उसकी अर्जी बजरंगबली सबसे पहले सुन लेते हैं।
Image Source : India Tv वैसे तो मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा, सुंदर कांड, हनुमान बाहुक, संकटमोचन हनुमानाष्टक और बजरंग बाण का पाठ किया जाता है।
Image Source : India Tv पवनपुत्र के इन पाठों में से आज हम बात करेंगे बजरंग बाण के बारे में कि क्या इसका पाठ रोज करना चाहिए या नहीं, आइए जानते हैं।
Image Source : India Tv मान्यता है कि बजरंग बाण का पाठ हनुमान जी के सबसे शक्तिशाली पाठों में से एक है।
Image Source : India Tv यदि आप बहुत बड़ी मुसीबत में हैं और कोई रास्ता आपको नहीं दिख रहा है तब आप हनुमान जी से हाथ जोड़ कर प्रार्थना करते हुए बजरंग बाण का पाठ कर सकते हैं।
Image Source : India Tv इस पाठ मे एक दोहा है जिसमें हनुमान जी को राम जी की सौगंध दी जाती है कि आप संकटों को हरने वाले हैं।
Image Source : India Tv दोहा इस प्रकार से है - इन्हें मारु, तोहि शपथ राम की। राखउ नाथ मरजाद नाम की ।। जनकसुता हरि दास कहावो। ताकी शपथ विलंब न लावो ।।
Image Source : India Tv इसलिए कहा जाता है कि जब प्राण संकट में हो तभी बजरंग बाण का पाठ करना चाहिए।
Image Source : India Tv यदि आप बजरंग बाण का पाठ करते हैं तो इसे नियम पूर्वक शुद्धता से मंगलवार के दिन लाल आसन पर बैठ कर करें और अंत में जो भूल चूक हो गई हो उसकी क्षमा हनुमान जी से मांग लें।
Image Source : India Tv बजरंग बाण का पाठ करते समय उसका उच्चारण सही होना चाहिए और मन की एकाग्रता जरूरी हो इस बात का खास ध्यान रखें।
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