ये बात बहुत ही कम महिला जानती होंगी कि पूजा के दौरान शास्त्रों में बालों को खुला रखना अच्छा नहीं माना जाता हैं। जानिए इसके पीछे का क्या है कारण।
Image Source : pixabay शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि पूजा के दौरान स्त्रियों को अपने बाल खुले नहीं छोड़ना चाहिए।
Image Source : pixabay खुले बालों के पीछे शास्त्रों में बताया गया है कि यह शोक की निशानी मानी जाती है। इसलिए अगर कोई महिला शुभ काम करने जा रही है तो वह अपने बालों को बांधकर रखें।
Image Source : pixabay शास्त्रों के अनुसार अगर कोई महिला अपने बालों को खोलकर सोती है तो उसके ऊपर नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव अधिक होता है। इसके साथ ही घर में वाद-विवाद या क्लेश हो सकते हैं।
Image Source : pexels खुले बालों को लेकर रामायण में भी बताया गया है कि श्री राम से विवाह के दौरान माता सीता की मां ने उनके बाल बांधते समय उन्हें कहा था कि कभी भी अपने बालों को खुला नहीं छोड़ना क्योंकि बंधे हुए बाल आपके रिश्तों को भी बांधकर रखते हैं।
Image Source : pexels शास्त्रों के अनुसार अगर कोई भी महिलाएं पूजा-पाठ या शुभ कार्य के दौरान अपनी बाल खोलकर रखती हैं तो उनकी पूजा पूर्ण रूप से स्वीकार्य नहीं मानी जाती है।
Image Source : pexels ऐसी मान्यता है कि महिलाओं के बाल खोलकर की गई पूजा को देवी-देवता कभी भी स्वीकार नहीं करते हैं।
Image Source : pexels कहा जाता है कि खुले बाल पूजा करने से घर में दुर्भाग्य आ सकता है साथ ही देवता क्रोधित भी हो सकते हैं।
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