करवा चौथ के दिन महिलाएं वैवाहिक जीवन की सुख-समृद्धि, और पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं।
Image Source : Social व्रत का समापन चंद्र दर्शन के बाद किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि, इस व्रत को चंद्रमा के दर्शन के बाद ही क्यों खोलते हैं?
Image Source : Social अगर आप इस बारे में नहीं जानते तो आज हम आपको इसी बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
Image Source : Social चंद्रमा को हिंदू धर्म में शीतलता और प्रेम का प्रतीक माना जाता है।
Image Source : Social वहीं ज्योतिष में चंद्रमा प्रसिद्धि, रचनात्मकता, सौम्यता का कारक है। इसके साथ ही चंद्रमा को लंबी आयु प्रदान करने वाला ग्रह भी माना जाता है।
Image Source : Social धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चंद्रमा पुरुष रूपी ब्रह्मा है जो दांपत्य जीवन में खुशियां लेकर आता है।
Image Source : Social इसीलिए करवा चौथ के दिन चंद्रमा की पूजा की जाती है और चंद्रमा को देखने के बाद ही व्रत तोड़ा जाता है।
Image Source : Social करवा चौथ के दिन चंद्रमा का दर्शन करने से वैवाहिक जीवन में प्रेम और स्नेह बना रहता है।
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