हिंदू धर्म में लाल और पीले रंग से बने कलावे को लेकर कई सारी मान्यताएं प्रचलित हैं जिसे लोग आज भी अपनाते हैं।
Image Source : PEXELS किसी भी धार्मिक अनुष्ठानों या शुभ कार्य के समय हाथ में कलावा या मौली बांधने की परंपरा सदियों से चली आ रही है।
Image Source : FILE IMAGE कलावा को रक्षा सूत्र के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है कि हाथ में इस रक्षा सूत्र को बांधने से व्यक्ति की हर तरह से रक्षा होती है और उनके जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
Image Source : PEXELS शास्त्रों में कलावे को बांधते समय विशेष मंत्रोच्चारण भी किया जाता है, जिसका सही उच्चारण करना बेहद जरूरी होता है।
Image Source : PEXELS कलावा बांधते समय इस मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। मंत्र है - ‘येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबलः, तेन त्वां मनुबध्नामि, रक्षंमाचल माचल’
Image Source : FILE IMAGE ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हांथ में बांधा हुआ कलावा सिर्फ मंगलवार और शनिवार के दिन ही खोलना सबसे उत्तम माना गया है।
Image Source : FILE IMAGE ज्योतिष के अनुसार पुरुषों और कुंवारी लड़कियों को दाहिने हाथ में जबकि विवाहित महिलाओं को बांए हाथ में कलावा बांधना चाहिए।
Image Source : PEXELS जब हाथ में बंधा हुआ कलावा पुराना हो जाता है तो इसे इधर-उधर कहीं भी फेंकना नहीं चाहिए। आप हाथ से इसे निकालकर पीपल के पेड़ के नीचे रख दें या फिर किसी बहते पानी में प्रवाहित कर दें।
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