हर साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी मनाई जाती है।
Image Source : INDIA TV धार्मिक मान्यता है कि भगवान कृष्ण का जन्म भाद्रपद माह की अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र में हुआ था।
Image Source : FILE IMAGE जन्माष्टमी के दिन साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
Image Source : FILE IMAGE जन्माष्टमी के दिन रात 12 बजे शुभ मुहूर्त में ही कान्हा जी का जन्म कराएं।
Image Source : FILE IMAGE जन्म के बाद लड्डू गोपाल को पंचामृत से अभिषेक करने के बाद स्नान आदि के बाद वस्त्र पहनाएं।
Image Source : FILE IMAGE वस्त्र पहनाने के बाद बाल गोपाल को पूरा श्रृंगार करें।
Image Source : FILE IMAGE देवकी, वासुदेव, बलदेव, नंद, यशोदा और लक्ष्मी का नाम लेकर कृष्ण जी की पूजा करें।
Image Source : FILE IMAGE लड्डू गोपाल को माखन और मिश्री का भोग जरूर लगाएं। इन दोनों चीजों के बिना जन्माष्टमी की पूजा अधूरी मानी जाती है।
Image Source : FILE IMAGE कृष्ण को अपनी भक्ति से प्रसन्न करना चाहते हैं तो व्रत के साथ-साथ राधे-राधे या हरे कृष्णा मंत्र का जप जरूर करें।
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