मनुष्य जीवन कई जन्मों के शुभ कार्यों के बाद प्राप्त होता है। इसीलिए इसे भगवान का वरदान कहते हैं।
Image Source : Socialवहीं अगर भगवान के दिए मनुष्य रूपी शरीर का कोई असमय नाश करता है तो इसे शास्त्रों में अशुभ माना जाता है।
Image Source : Socialगरुड़ पुराण में बताया गया है कि आत्महत्या के बाद मनुष्य की आत्मा के साथ क्या होता है।
Image Source : Socialगरुड़ पुराण के अनुसार, आत्महत्या करने वाली की आत्मा 7 नरक में से एक में पहुंचती है।
Image Source : Socialनरक में आत्महत्या करने वाली की आत्मा को 60000 साल तक रहती है और कई तरह की प्रताड़ना उसको झेलनी पड़ती हैं।
Image Source : Socialसामान्य मृत्यु के बाद इंसान की आत्मा 3-40 दिन भटकती है, लेकिन आत्महत्या करने पर बहुत लंबे समय तक आत्मा को दुख भोगने पड़ते हैं।
Image Source : Socialआत्महत्या करने वालों से ईश्वर भी नाराज होते हैं क्योंकि वो भगवान के दिए शरीर का नाश कर देते हैं।
Image Source : Socialइसलिए आत्महत्या का विचार किसी भी स्थिति में व्यक्ति को अपने मन में नहीं लाना चाहिए।
Image Source : Socialजीवन में भले ही दुख हों लेकिन शरीर का चक्र जब पूरा होता है तभी आत्मा का शरीर से निकलना सही होता है।
Image Source : SocialNext : शनि शुभ हो तो इन कार्यों में मिलती है बड़ी सफलता