किसी भी पूजा में देवी-देवता को प्रसाद या नैवेद्य अर्पित किया जाता है। लेकिन उस प्रसाद का बाद में यानी चढ़ाए जाने के बाद क्या करना चाहिए।
Image Source : FREEPIK तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि भगवान को भोग लगाने के प्रसाद का क्या करें। साथ ही जानेंगे कि प्रसाद किस बर्तन में रखकर चढ़ाना चाहिए।
Image Source : FREEPIK नैवेद्य को धातु, यानि सोने, चांदी या तांबे के, पत्थर, यज्ञीय लकड़ी या मिट्टी के पात्र में चढ़ाना चाहिए।
Image Source : FREEPIK चढ़ाया हुआ नैवेद्य तत्काल निर्माल्य हो जाता है और उसे तुरंत उठा लेना चाहिए। प्रसाद को खाना चाहिए और यथा संभव बांटना भी चाहिए।
Image Source : FREEPIK कहते हैं कि देवता के पास रखा हुआ नैवेद्य निगेटिव एनर्जी छोड़ता है।
Image Source : FREEPIK देवता को समर्पित करके प्रसाद को तुरंत उठा लेना चाहिए।
Image Source : FREEPIK ऐसा न करने पर विश्वकसेन, चण्डेश्वर, चन्डान्शु और चांडाली नामक शक्तियों के आने की बात कही गई है।
Image Source : FREEPIK Next : अच्छी जीवनसाथी होती हैं इन 3 राशियों की लड़कियां