छठ पूजा के दौरान साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखना पड़ता है। तो घर से लेकर घाट तक को साफ-सुथरा रखें।
Image Source : FILE IMAGE छठ पूजा में इस्तेमाल होने वाली सामग्री और बर्तन को साफ हाथों से ही छुएं। प्रसाद को बच्चों से दूर साफ जगह पर ही रखें।
Image Source : FILE IMAGE छठ पूजा में डाला अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। तो हमेशा नया और बांस के डाला का ही प्रयोग करें। डाला हमेशा नया ही खरीदना चाहिए।
Image Source : FILE IMAGE वहीं अगर सूप या कलश पीतल के हैं तो उसे साफ कर के ही इस्तेमाल करें।
Image Source : FILE IMAGE छठ का व्रत करने वाली महिलाओं को पलंग और गद्दा पर नहीं सोना चाहिए। छठ पूजा के चारों दिन व्रतियों को जमीन पर ही आसन बिछाकर सोना चाहिए।
Image Source : FILE IMAGE छठ पूजा के प्रसाद के लिए लाई गई हर चीज का इस्तेमाल पूजा समाप्त होने के बाद पारण के समय ही करें।
Image Source : FILE IMAGE व्रतियों का पूरे चार दिन लहसुन, प्याज से दूर रहना चाहिए।
Image Source : FILE IMAGE छठ का व्रत निर्जला रखा जाता है तो खरना के बाद पानी भी न पीएं। व्रत का पारण उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही करें।
Image Source : FILE IMAGE छठ पर्व में यह भी ध्यान रखना पड़ता है कि फल पक्षियों का जूठा न हो। फल-फूल शुद्ध हो इसका विशेष ध्यान रखें। अगर पेड़ों पर फल और फूल को पशु-पक्षी ने अगर जुठलाया हो तो उसे पूजा में प्रयोग नहीं करें।
Image Source : FILE IMAGE छठ पूजा का प्रसाद और पूजन सामग्री बांस से बने टोकरे सूप में ही रखें। स्टील, कांच या प्लास्टिक का इस्तेमाल न करें।
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