चाणक्य कहते हैं रिश्ते नाजुक डोर जैसे होते हैं इनमें अगर वहम आ जाए तो ये कच्ची डोर टूट जाती है
Image Source : freepik रिश्तों में अहम का कोई स्थान नहीं
Image Source : freepik वहम में इंसान सीधी बात का भी उल्टा मतलब निकालता है
Image Source : freepik अगर कोई उसे समझाए तो भी वो उसे भी गलत समझ बैठता है
Image Source : freepik जिद से रिश्ते हमेशा खराब होते हैं, चाणक्य के अनुसार जिद रिश्तों पर नकारात्मक असर डालती है
Image Source : freepik गलत चीजों की जिद से व्यक्ति खुद का और अपने आसपास मौजूद लोगों का भी नुकसान करता है
Image Source : freepik असंयमित भाषा खून के रिश्तों को भी खत्म कर देती है
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