ब्रह्म मुहूर्त के समय जितना संभव हो इस समय में की गई दैवीय शक्ति, ध्यान और पूजा पर ध्यान देना निश्चित रूप से बहुत फलदायी होता है।
Image Source : pixabay ऐसा माना जाता है कि जो लोग ब्रह्म मुहूर्त में उठकर विधि-विधान से जीवन व्यतीत करते हैं उन पर सदैव दैवीय कृपा बरसती है।
Image Source : pixabay क्योंकि ब्रह्म मुहूर्त में पूजा करने से शीघ्र ही दैवीय कृपा प्राप्त होती है।
Image Source : pixabay माना जाता है कि भगवान सुबह ब्रह्मांड में विचरण करते हैं।
Image Source : pixabay ब्रह्म मुहूर्त के समय पूरा वातावरण शांत और निर्मल होता है।
Image Source : pixabay इस काल में देवी-देवता विचरण कर रहे होते हैं। सत्त्वगुणों की प्रधानता होती है।
Image Source : pixabay प्रमुख मंदिरों के कपाट भी ब्रह्म मुहूर्त में ही खुल जाते हैं और ब्रह्म मुहूर्त में ही भगवान की पूजा-अर्चना करने का विधान है।
Image Source : pixabay बता दें कि सुबह 4 बजे, जिसे कि हम ब्रह्म मुहूर्त का समय या अमृत वेला भी कहते हैं।
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