सावन का महीना भगवान शिव का अति प्रिय मास माना जाता है।
Image Source : pexels इस महीने में की गई भोलेनाथ की आराधना का विशेष फल मिलता है।
Image Source : pexels इस साल का सावन बेहद खास है, क्योंकि इस बार एक नहीं बल्कि दो महीने का सावन रहेगा। वहीं 4 की जगह 8 सोमवार का व्रत रखा जाएगा।
Image Source : pexels शास्त्रों में बेलपत्र को भगवान शिव की तीसरी आंख बताई गई है। उन्हें यह बहुत प्रिय है। मान्यता है कि इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है।
Image Source : pexels ऐसा कहा जाता है कि अगर पूजा में बेलपत्र का इस्तेमाल किया जाए तो भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
Image Source : pexels कहा जाता है कि अगर आप शिवजी को केवल बेलपत्र भी चढ़ा दें तो महादेव प्रसन्न हो जाते हैं।
Image Source : pexels लेकिन कई बार ऐसा देखा जाता है कि कई जगहों पर प्रतिदिन आसानी से बेलपत्र नहीं मिल पाते। ऐसे में आपको क्या करना चाहिए, आइए जानते हैं।
Image Source : pexels अगर आपको आसानी से बेलपत्र नहीं मिल रहा है तो ऐसे में आप शिवलिंग पर पहले से चढ़ाए हुए बेलपत्र को धोकर या गंगाजल से शुद्ध करके चढ़ा सकते हैं।
Image Source : file image ऐसा कहा जाता है कि बेलपत्र कभी भी अशुद्ध, अपवित्र, जूठा या बासी आदि नहीं होते हैं। इसलिए आप पहले से चढ़ाए हुए बेलपत्र को पूजा में इस्तेमाल कर सकते हैं।
Image Source : file image पहले से चढ़ाए हुए बेलपत्र को साफ करके चढ़ाने से कोई दोष नहीं लगता है साथ ही पूजा का भी पूर्ण फल मिलता है।
Image Source : pexels अगर आपको आसानी से बेलपत्र नहीं मिल रहा है तो आप चांदी का बेलपत्र भी सावन के महीने में शिवलिंग पर चढ़ा सकते हैं।
Image Source : etsy.com इसे आप रोजाना गंगाजल या पानी से धोकर शिवलिंग पर चढ़ा दें। ऐसा करने से भी भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं।
Image Source : FILE IMAGE अगर बेलपत्र नहीं मिल रहा है तो आप शमी के पत्ते भी शिवलिंग पर चढ़ा सकते हैं।
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