बनारस यानी काशी को भगवान शिव की नगरी और मोक्ष का द्वार कहा जाता है।
Image Source : file image काशी में मनुष्य से लेकर जीव-जंतु तक अपने प्राण त्यागने आते हैं जिससे उन्हें जीवन-मरण के चक्र से मुक्ति मिलें। ऐसे में गलती से बनारस से ये चीजें घर नहीं लाना चाहिए।
Image Source : FILE IMAGE अगर आप बनारस जा रहे हैं तो यहां से गलती से भी गंगाजल घर लेकर नहीं आना चाहिए।
Image Source : FILE IMAGE दरअसल, बनारस में मनुष्य से लेकर जीव-जंतु तक प्राण त्यागने आते हैं। काशी में प्राण त्यागने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
Image Source : FILE IMAGE ऐसे में अगर आप गंगाजल अपने घर लाते हैं तो उसके साथ कई जीव, किटाणु-विषाणु काशी से दूर हो जाते हैं।
Image Source : FILE IMAGE वहीं बनारस से गंगाजल न लाने की ये भी वजह है कि यहां गंगा किनारे मृतक को चिता पर जलाया जाता है और उनकी राख को गंगा में विसर्जित किया जाता है।
Image Source : FILE IMAGE अगर आप काशी से गंगाजल ले जाते हैं और उस पानी में मृतक आत्मा के अंग, राख या अवशेष आ जाते हैं तो मृतक का मृत्यु और पुनर्जन्म का चक्र बाधित होगा। इस वजह से आत्मा को पूरी तरह से मोक्ष नहीं मिल पाता है।
Image Source : FILE IMAGE काशी से गंगा जी की गीली मिट्टी या रेत भी घर नहीं लाना चाहिए। क्योंकि मिट्टी में भी सूक्ष्म जीवाणु होते हैं।
Image Source : FILE IMAGE मिट्टी के साथ वो जीवाणु भी काशी यानी बनारस से दूर हो जाते हैं और उनके मोक्ष के मार्ग में बाधा आती है।
Image Source : FILE IMAGE ऐसे में काशी से गंगाजल और मिट्टी या रेत लाने से व्यक्ति जाने अनजाने में महापाप का भागी बन जाता है।
Image Source : FILE IMAGE Next : Budh Vakri: वक्री बुध 26 नवंबर से संवारेंगे इन 4 राशियों का जीवन, मिलेगा पैसा बढ़ेगा पद