रिजर्व बैंक ने 2000 रुपये के नोट की वापसी की घोषणा कर फिर हलचल मचा दी है
Image Source : file लेकिन भारत में नोटबंदी का इतिहास नया नहीं है, बल्कि इसकी जड़ें आजादी से पहले तक फैली हैं
Image Source : file भारत की आजादी से पहले 1946 में देश की पहली नोटबंदी अंग्रजी हुकूमत में की गई थी
Image Source : file 12 जनवरी, 1946 को 500 रुपये, 1,000 रुपये और 10,000 रुपये के बैंक नोट अमान्य हो गए थे
Image Source : file भारत के वायसराय और भारत के गवर्नर जनरल ने उच्च मूल्य वाले बैंक नोट बंद करने का अध्यादेश प्रस्तावित किया था
Image Source : file 16 जनवरी 1978 को, जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने काले धन को खत्म करने के नोटबंदी की थी।
Image Source : file 1978 में 1,000 रुपये, 5,000 रुपये और 10,000 रुपये के नोटों को बंद कर दिया था
Image Source : file इसके बाद 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रात 8 बजे नोट बंदी की घोषणा की
Image Source : file घोषणा के तहत 9 नवंबर से देश भर में 500 और 1000 के नोट अवैध हो गए
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