टेस्टर अक्सर घरों में बिजली चेक करने का काम करता है।
Image Source : File अगर हम बिजली प्रवाहित हो रहे तारों को नंगे हाथों छुएं तो हमें करंट लग सकता है, वहीं, टेस्टर से चेक करते वक्त हमें झटका क्यों नहीं लगता?
Image Source : File आइए आज हम इसके बारे में आपको पूरी जानकारी देते हैं। टेस्टर में करंट न लगने के पीछे कारण उसमें लगे छोटे-छोटे पूर्जे होते हैं।
Image Source : File आइए सबसे पहले किसी टेस्टर की पूरी बॉडी को समझते है। टेस्टर में सबसे पहले एक मेटालिक रॉड होता है। इसके बाद होता है रेसिस्टर (Resistor), फिर अगला पार्ट होता है नियॉन बल्ब यानी लैम्प, फिर होता है स्प्रिंग और अंत में लगा होता है मैटेलिक कैप।
Image Source : File मैटेलिक कैप को ही टच करने पर बल्ब जलता है और बिजली की मौजूदगी का पता चलता है।
Image Source : File किसी भी टेस्टर का अहम पार्ट Resistor होता है, यही हमें शॉक लगने से बचाता है आइए बताते हैं कैसे?
Image Source : File बता दें कि मनुष्य का शरीर 9 मिली एंपियर तक की धारा के प्रवाह को आसानी से झेल सकता है।
Image Source : File टेस्टर में प्रवाहित होने वाली धारा का परिमाण इससे कम होता है। इसलिए आदमी को करंट नहीं लगता है।
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