भारत ने अपना पहला सूर्य मिशन ‘आदित्य एल1’ को सफलतापूर्वक स्पेस में भेज दिया है।
Image Source : Discovery अब आने वाले दिनों में हमारे सौरमंडल के सबसे बड़े तारे-सूरज और इससे जुड़े तमाम रहस्यों का राज खुल सकता है।
Image Source : NASA पर क्या आप जानते हैं कि हमारे सौरमंडल से बाहर एक ऐसा तारा है कि जिसके अंदर 10 अरब सूरज समा सकते हैं।
Image Source : NASA इस तारे की पहली बार खोज अमेरिकी खगोल विज्ञानी चार्ल्स ब्रूस स्टीफेन्सन ने थी।
Image Source : NASA इस तारे का नाम है स्टीफेन्सन 2-18 (Stephenson 2-18) और इसे अब तक का सबसे बड़ा ज्ञात तारा भी माना जाता है।
Image Source : NASA ये तारा हमारे सूर्य से 10 बिलियन गुना बड़ा है और इसकी चौड़ाई, सूर्य के मुकाबले 2150 गुना ज्यादा है।
Image Source : NASA यह तारा इतना बड़ा है कि इसके एक साइड से दूसरे साइड तक अगर लाइट की स्पीड से भी जाएं तो भी 9 घंटे लग जाएंगे।
Image Source : NASA बता दें कि लाइट की स्पीड से हमारे सूर्य के एक छोर से दूसरे छोर तक जाने में सिर्फ 14.5 सेकंड का वक्त ही लगेगा।
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