होम्योपैथ की खोज जर्मनी में हुई थी।
Image Source : File ये भारत में 1856 के आसपास आई तभी से लेकर देश में इसकी प्रैक्टिस चल रही है।
Image Source : File ऐसे में कई लोग होम्योपैथी डॉक्टर बनने की तमन्ना रखते हैं।
Image Source : File पर जानकारी नहीं होने के कारण वे नहीं कर पाते।
Image Source : File बता दें कि होम्योपैथी डाक्टर बनने के लिए लोगों को बीएचएमएस और बीईएमएस कोर्स करना पड़ता है।
Image Source : File ये कोर्स 3 से लेकर 5.5 साल तक होते हैं।
Image Source : File फीस की बात करें तो ये सरकारी मेडिकल कॉलेज में करीबन 20 हजार रुपये हर साल होती है, वहीं, प्राइवेट में ये फीस करीबन 4 लाख होती है।
Image Source : File Next : क्या आयुर्वेदिक कोर्स के लिए नीट पास करना जरूरी है?