लोकसभा चुनाव में सपा ने 11 सीटों पर अपने उम्मीदवार बार-बार बदले।
Image Source : X@samajwadiparty सपा ने जिन 11 सीटों पर अपने उम्मीदवार बदले थे उनमें से 7 सीटों पर जीत मिली है। जबकि चार पर हारे हैं।
Image Source : X@samajwadiparty कन्नौज से तेज प्रताप यादव का टिकट काटकर अखिलेश यादव खुद लड़े और भारी मतों से जीते।
Image Source : pti मुरादाबाद से रुचिवीरा एक लाख से ज्यादा वोटों से जीती हैं। एसटी हसन यहां से पहले उम्मीदवार थे। नामांकन के बाद उनका टिकट कटा था।
Image Source : ANI रामपुर में कैंडिडेट बदलना फायदेमंद रहा। नामांकन के आखिरी दिन मोहिबुल्लाह को टिकट मिला और वे जीते भी।
Image Source : X@samajwadiparty बदायूं से शिवपाल यादव की जगह उनके बेटे आदित्य को टिकट मिला और वे भी चुनाव जीते ।
Image Source : X@socialistaditya सुल्तानपुर में उम्मीदवार बदलना फायदेमंद रहा। पहले भीम निषाद और बाद में रामभुआल निषाद को टिकट मिला। वह जीते भी।
Image Source : facebook.com/RamBhuwalNishad संभल में पहले शफीकुर उर रहमान बर्क को टिकट मिला था। बर्क के निधन के बाद उनके पोते को टिकट मिला और वे जीते भी।
Image Source : X@barq_zia गौतमबुधनगर (नोएडा) में सपा ने दो बार टिकट बदले लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। साढ़े पांच लाख से हार मिली।
Image Source : ANI मेरठ में दो बार प्रत्याशी बदले गए लेकिन सपा यहां से हार गई। पहले भानु प्रताप, फिर अतुल प्रधान, अंत में सुनीता को टिकट मिला था।
Image Source : ANI बागपत, बिजनौर और मिश्रिख में भी सपा ने बार-बार प्रत्याशी बदले लेकिन सफलता नहीं मिल सकी।
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