मगरमच्छ नाम सुनते ही रूह कांप जाती है, उनके जबड़े में फंसने का मतलब है साक्षात मौत
Image Source : pexels द्वितीय विश्व युद्ध के समय जापान के सैकड़ों सैनिकों को मगरमच्छों ने जिंदा खा डाला था
Image Source : pexels इसे द्वितीय विश्व युद्ध के इतिहास में सबसे भयावह घटना के रूप में याद किया जाता है
Image Source : pexels ये घटना 19 फरवरी, 1945 को म्यांमार में घटी थी
Image Source : pexels दरअसल 1942 में रामरी आईसलैंड पर जापानी इंपीरियल सेना ने कब्जा कर लिया था
Image Source : pexels 1945 में मित्र देशों (ब्रिटेन,अमेरिका और रूस) ने इस पर कब्जे के लिए हमला किया
Image Source : pexels इस दौरान धुरी देशों में जर्मनी, जापान और इटली थे
Image Source : pexels रामरी आईसलैंड पर दोनों गुटों में झड़प हुई, जिसमें जापानी सैनिक घने मैंग्रोव दलदलों में फंस गए
Image Source : pexels जापानी सैनिक दलदल में आगे बढ़े तो मगरमच्छों ने उन पर हमला किया और जिंदा खा डाला
Image Source : pexels 2 दिनों तक मगरमच्छ, सैनिकों को अपना निवाला बनाते रहे, जिसमें सैकड़ों जापानी सैनिक मारे गए
Image Source : pexels इस किस्से का जिक्र सबसे भयानक जानवर के हमले के रूप में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज है
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