पश्चिम बंगाल व ओडिशा, दोनों ही दावा करते हैं कि रसगुल्ले की खोज उनके राज्य में हुई थी।
Image Source : Flickr पश्चिम बंगाल की मानें तो 1845 में जन्में नवीन चंद्र दास ने रसगुल्ले की खोज की थी।
Image Source : Pexels हालांकि, ओडिशा का कहना है कि रसगुल्ला तो पुरी में प्रभु जगन्नाथ को सदियों से अर्पित हो रहा है।
Image Source : Flickr नवंबर 2017 में पश्चिम बंगाल को 'बंगाल रसगुल्ला' के लिए जीआइ टैग मिला था।
Image Source : Flickr इसके बाद साल 2019 में 'ओडिशा रसगुल्ला' को भी जीआई टैग प्रदान किया गया।
Image Source : Flickr पश्चिम बंगाल व ओडिशा, दोनों ही राज्यों के पास अपने-अपने रसगुल्ले हैं।
Image Source : Flickr बता दें कि जियोग्राफिकल इंडिकेशन/GI टैग किसी विशेष क्षेत्र की विशेष सामाग्री को मिलता है।
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