30 जनवरी 1948 को ही गोडसे द्वारा महात्मा गांधी की हत्या कर दी गई थी।
Image Source : Social Media इससे पहले भी 20 जनवरी को उनकी हत्या का पहला प्रयास किया गया था।
Image Source : Social Media 30 जनवरी, 1948 को गांधी हमेशा की तरह सुबह साढ़े तीन बजे उठे और प्रार्थना में हिस्सा लिया था।
Image Source : Social Media इसके बाद उन्होंने शहद और नींबू के रस से बना एक पेय पिया और दोबारा सोने चले गए।
Image Source : Social Media जब वो दोबारा उठे तो उन्होंने ब्रजकृष्ण से अपनी मालिश करवाई और सुबह आए अखबार को पढ़ा।
Image Source : Pexels उन्होंने कांग्रेस के भविष्य के बारे अपना नोट लिखा और नाश्ता किया।
Image Source : Social Media 30 जनवरी को गांधी ने कई लोगों से मुलाकात की जिनमें 4.30 बजे सरदार पटेल भी आए थे।
Image Source : Social Media शाम 5 बजकर 15 मिनट पर गांधी बिरला हाउस से निकलकर प्रार्थना सभा की ओर गए।
Image Source : gandhistory.in हालांकि, गांधी प्रार्थनास्थल के लिए बने चबूतरे की सीढ़ियों के पास पहुंचे ही थे कि उन्हों गोली मार दी गई।
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