अभी तक आपने ये सुना होगा कि तलाक के मामले में पत्नी द्वारा गुजारा भत्ता की मांग की जाती है। लेकिन इंदौर से एक अनोखा मामला सामने आया है
Image Source : file photo 23 साल के अमन और 22 साल की नंदिनी का केस इंदौर फैमिली कोर्ट में चल रहा था। दोनों की पहचान दोनों के कॉमन फ्रैंड के जरिए हुई थी और फिर बातचीत होने लगी।
Image Source : file photo नंदिनी ने अमन को शादी के लिए प्रपोज किया लेकिन अमन उससे शादी नहीं करना चाहता था जिसके बाद नंदिनी ने उसे आत्महत्या की धमकी दे डाली थी।
Image Source : file photo जुलाई 2021 में दोनों ने आर्य समाज मंदिर में शादी की और इंदौर में किराए का मकान लेकर रहने लगे।
Image Source : file photo अमन ने आरोप लगाया कि शादी के बाद नंदिनी और उसके परिवार ने परेशान करना शुरू कर दिया। उसे अपनी पढ़ाई जारी रखने से भी रोक दिया।
Image Source : file photo शादी के दो महीने बाद अमन घर छोड़कर चला गया। उसने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई और तलाक-गुजारा भत्ता के लिए फैमिली कोर्ट में याचिका भी दायर की।
Image Source : file photo इस बीच नंदिनी ने भी अमन के खिलाफ घरेलू हिंसा का केस दर्ज कराया लेकिन कोर्ट के सामने कहा कि वह अमन के साथ रहना चाहती है।
Image Source : file photo अमन के वकील ने बताया कि नंदिनी ने कोर्ट में झूठ बोला कि वह बेरोजगार है और अमन नौकरी करता है इसलिए उसे अमन भरण पोषण के लिए पैसे दे, लेकिन वो सबूत पेश नहीं कर पाई।
Image Source : file photo वहीं अमन ने बताया कि वो 12वीं पास है और नंदिनी की वजह से उसकी पढ़ाई छूट गई है। वो उसे बहुत प्रताड़ित करती है इसलिए वो घर से भाग गया था।
Image Source : file photo अंजली ने पुलिस में गुमशुदगी दर्ज कराई थी तब बताया था कि वो ब्यूटी पार्लर चलाती है इससे अंजली का झूठ पकड़ा गया और कोर्ट ने उसे आदेश दिया कि वो हर महीने 5 हजार गुजारा भत्ता पति को देगी।
Image Source : file photo संभवत: ये देश का पहला ऐसा मामला है जिसमें कोर्ट ने पत्नी को पति को गुजारा भत्ता देने का आदेश दिया है।
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