भारत के 7 सबसे छोटे गांव, जहां की सुंदरता देखने सैलानी भी जाते हैं

भारत के 7 सबसे छोटे गांव, जहां की सुंदरता देखने सैलानी भी जाते हैं

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भारत में ऐसे कई गांव हैं जहां की जनसंख्या 500 से भी कम है।

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हिमाचल में लाहौल स्पीति जिले के टांडी-किश्तवाड़ गांव में 72 घर हैं।

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शांशा केलांग से 27 किमी दूर पहाड़ पर स्थित इस गांव की जनसंख्या 320 है।

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जम्मू-कश्मीर के स्कुरु नुब्रा घाटी में 52 घर हैं, जहां की जनसंख्या 230 है।

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ट्रैकिंग करते हुए आप प्राकृतिक सुंदरता आसानी से देख सकते हैं।

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उत्तरकाशी का सांकरी गांव भी बहुत छोटा है। यहां की जनसभा 270 है।

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हर साल पर्यटक इस गांव को देखने पहुंचते हैं। गांव के लोग ट्रैकर्स का स्वागत करते हैं।

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गोवा का ज़ेल्पेम गांव सलालुम नदी के तट पर बसा है। यहां की जनसंख्या 255 है।

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स्पीति जिले का लोसर चंद्रा नदी किनारे बसा है। यहां लहरों की आवाजें सुनने को मिलती हैं।

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लोसर गांव के ढाबे की चाय और खाना पर्यटक बहुत पसंद करते हैं।

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स्पीति का किब्बर गांव में 80 घर हैं, जनसंख्या 366 है।

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चट्टान और मिट्टी से बने गांव में भी पर्यटक पहुंचते हैं।

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बिहार में दिनारा प्रखंड के मनसापुर गांव की आबादी मजह 18 बताई जाती है।

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