26 जनवरी से एक दिन पहले पद्म पुरस्कारों का ऐलान हो चुका है। 2025 में 139 कलाकारों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। इन पुरस्कारों की घोषणा हर वर्ष गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है।
Image Source : PTIदिवंगत गायिका शारदा सिन्हा, पंकज उधास, तमिल सुपरस्टार अजित कुमार, वरिष्ठ फिल्म निर्माता शेखर कपूर और गायक अरिजीत सिंह गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर घोषित वर्ष 2025 के प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कार पाने वाली 139 हस्तियों में शामिल हैं।
Image Source : PTIलोक गायिका सिन्हा और प्रख्यात मलयालम पटकथा लेखक-निर्देशक एम टी वासुदेवन नायर को असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए मरणोपरांत दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है।
Image Source : PTIप्रसिद्ध गजल गायक उधास को मरणोपरांत तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है। उनके साथ अजित, कपूर, तेलुगु अभिनेता नंदमुरी बालकृष्ण, सिनेमा के दिग्गज अनंत नाग और भरतनाट्यम नृत्यांगना-अभिनेत्री शोभना को भी सम्मानित किया गया है।
Image Source : PTIसात लोगों को पद्म विभूषण, 19 लोगों को पद्म भूषण और 113 लोगों को पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। पुरस्कार पाने वालों में 23 महिलाएं हैं। सभी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गणतंत्र दिवस के मौके पर सम्मानित करेंगी।
Image Source : PTIपद्म पुरस्कार हासिल करना हर भारतीय के लिए बेहद गर्व का विषय होता है। यह पुरस्कार पूरे देश में ख्याति के साथ अपार सम्मान दिलाता है। हालांकि, पद्म पुरस्कारों के साथ पैसे दिए जाने का कोई प्रावधान नहीं है।
Image Source : PTIपद्म पुरस्कार पाने वालों को कोई नकद राशि नहीं मिलती। यह सिर्फ एक सम्मान है। हालांकि, कुछ राज्यों ने पद्म पुरस्कार पाने वालों को कुछ अतिरिक्त सुविधाएं दी हैं। पद्म पुरस्कार पाने वालों को मेडल और प्रमाणपत्र दिया जाता है।
Image Source : PTIछत्तीसगढ़ सरकार पद्म पुरस्कार पाने वाली हस्तियों को हर महीने 10 हजार रुपये पेंशन देती है। पहले यह राशि पांच हजार थी। विष्णुदेव साय के मुख्यमंत्री बनने के बाद इसे बढ़ाकर 10 हजार रुपये प्रति माह किया गया है।
Image Source : PTIतेलंगाना सरकार ने पिछले साल ऐलान किया था कि पद्म पुरस्कार विजेताओं को 25 लाख रुपये दिए जाएंगे और 25 हजार रुपये की मासिक पेंशन भी दी जाएगी। इसके अलावा भी उड़ीसा, कर्नाटक और चंडीगढ़ जैसे राज्यों में पद्म पुरस्कार विजेताओं को पेंशन और सुविधाएं मिलती हैं। हालांकि, इसे लेकर कोई नियम नहीं है। राज्य सरकार अपनी मर्जी से इसे बंद कर सकती हैं।
Image Source : PTINext : किस भाषा का शब्द है 'गणतंत्र', क्या है इसका मतलब