पृथ्वी का एक दिन सिर्फ 19.5 घंटे का था। कनाडा के टोरंटो यूनिवर्सिटी के एस्ट्रोफिजिसिस्ट हान्बो वू और नॉर्मन मुरे ने इसका खुलासा किया है।
Image Source : pixabay.com हान्बो और नॉर्मन के मुताबिक, 200 करोड़ से 60 करोड़ साल के बीच धरती का एक दिन 19.5 घंटे का था।
Image Source : pixabay.com जब तक चंद्रमा नहीं बना था, तब सूरज का पृथ्वी पर असर ज्यादा था। चंद्रमा के बनने के बाद ये कम हुआ।
Image Source : pixabay.com चंद्रमा नहीं होता तो पृथ्वी का एक दिन करीब 60 घंटे का होता। ऐसा क्लाइमेट चेंज की वजह से होता।
Image Source : pixabay.com चंद्रमा 450 करोड़ साल पहले बना था। धरती का एक दिन उसकी धुरी पर घूमने की स्पीड से तय होता है।
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