आखिर ये फ्लोर टेस्ट क्या है और फ्लोर टेस्ट होता कैसे है?
Image Source : file photo गठबंधन सरकार के मामले में CM या PM को विधानसभा या संसद में विश्वास मत प्रात्क करने को फ्लोर टेस्ट कहते हैं।
Image Source : file photo फ्लोर टेस्ट में बहुमत का दावा करने वाले सीएम को अपने सभी विधायकों से वोटिंग करवानी होती है।
Image Source : file photo फ्लोर टेस्ट में जितने भी विधायक विधानसभा में पेश होते हैं, उनके ही वोट गिने जाते हैं।
Image Source : file photo अगर कोई सीएम बहुमत परीक्षण में फेल हो जाता है, तो उसे इस्तीफा देना पड़ता है।
Image Source : file photo फ्लोर टेस्ट राज्य के विधानसभा अध्यक्ष या उनकी गैर मौजूदगी में प्रोटेम स्पीकर कराते हैं।
Image Source : file photo किसी भी सदन में चर्चा के बाद स्पीकर वहां मौजूद विधायकों से गुप्त मतदान से समर्थन या विरोध में वोटिंग कराते है।
Image Source : file photo अगर विश्वास मत प्रस्ताव के समर्थन में ज्यादा विधायकों ने वोट किया तब माना जाता है कि सरकार को सदन में बहुमत हासिल है।
Image Source : file photo जब किसी गठबंधन सरकार को बहुमत परीक्षण देना होता है, तो उससे पहले सभी पार्टियां व्हीप जारी करती हैं।
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