रामायण में एक संजीवनी बूटी की चर्चा है जिसने भगवान राम के भाई लक्ष्मण की जान बचाई थी।
Image Source : social असल में ये एक आयुर्वेदिक हर्ब है जो कि सेहत के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है।
Image Source : social इसका साइंटिफिक नेम सेलाजिनेला ब्राहपटेर्सिस (Selaginella bryopteris L.) है।
Image Source : social संजीवनी बूटी में मेथनॉलिक कंपाउंड होते हैं जो कि शरीर में दर्द और सूजन से लड़ने में मदद करते हैं।
Image Source : social मध्य प्रदेश में, गोंड जनजातियों द्वारा पारंपरिक रूप से इस जड़ी-बूटी का उपयोग टॉनिक बनाने के लिए किया जाता है।
Image Source : social पीरियड्स और ल्यूकोरिया जैसी समस्याओं में भी इस जड़ी-बूटी का उपयोग कारगर है।
Image Source : social आयुर्वेद के अनुसार इस हर्ब में एडाप्टोजेनिक गुण है जो थकान और मिर्गी के लक्षणों को कम करने में मददगार है।
Image Source : social इस जड़ी बूटी में एडाप्टोजेन (adaptogens) भी होते हैं जो कि स्ट्रेस कम करने में मददगार है।
Image Source : social इसके अलावा सिर दर्द, पेट दर्द या किसी चोट के दर्द में भी इस जड़ी-बूटी का उपयोग होता है।
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