Highlights
- वाराणसी सारनाथ बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस की घटना
- गया पहुंचने पर इंजन के नीचे बैठे शख्स का पता चला
- शख्स मानसिक रूप से विक्षिप्त
Viral News : कुछ घटनाएं ऐसी होती हैं जो वाकई में लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर देती हैं कि आखिर यह कैसे हुआ ? ऐसी ही एक घटना बिहार में हुई है है जहां एक शख्स ट्रेन इंजन (Train Engine) के नीचे मशीनों के बीच घुसकर बैठ गया और करीब 190 किमी तक का सफर उसने पूरा किया, लेकिन इस बात की किसी को खबर नहीं लगी। इसका पता ईंजन ड्राइवर को तब चला जब ट्रेन गया स्टेशन (Gaya Station) पर रुकी और इंजन के नीचे बैठा शख्स पानी मांगने लगा।
इंजन के ट्रैक्शन मोटर के पास बैठा हुआ था शख्स
दरअसल यह घटना गया स्टेशन की है। दरअसल वाराणसी सारनाथ बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस राजगीर स्टेशन से चलकर गया स्टेशन पर तड़के 4 बजे पहुंची। इंजन ड्राइवर जब प्लेटफॉर्म पर उतरा तो उसने किसी के पानी मांगने की आवाज सुनी। उसने टॉर्च जलाकर देखा तो इंजन से एक शख्स की आवाज आ रही थी। वह इंजन के ट्रैक्शन मोटर के पास बैठा हुआ था।
काफी मशक्कत के बाद शख्स को निकाला गया
इसके बाद ड्राइवर ने तुरंत इसकी सूचना स्टेशन के अधिकारियों को दी। फिर क्या था, पूरा अमला वहां जमा हो गया और शख्स को इंजन की मशीनों के बीच से बाहर निकालने की कोशिश शुरू हो गई। काफी मशक्कत के बाद शख्स को बाहर निकाला गया। जिस शख्स को ट्रेन के इंजन से निकाला गया उसकी पहचान नहीं हो पाई है। उसे विक्षिप्त बताया जा रहा है।
राजगीर में ही इंजन में जा घुसा था शख्स
जानकारों का कहना है कि यह ईंजन WAP-7 मॉडल ABB इंजन है। इस इंजन के नीच जाना ही कठिन है वहां जाकर बैठ जाना तो और भी कठिन है। ऐसे में एक शख्स का इतनी दूर तक इंजन के बीच बैठकर यात्रा करना वाकई आश्चर्यजनक है। क्योंकि राजगीर से गया के बीच यह ट्रेन 6 स्टेशनों पर रुकती है। इन स्टेशनों पर इस ट्रेन का ठहराव 2 से 10 सेकेंड का है। इतने कम समय में किसी भी शख्स का इंजन के ट्रैक्शन मोटर के पास जाकर बैठना संभव नहीं है। इसलिए यह माना जा रहा है कि यह शख्स राजगीर में ही ट्रैक्शन मोटर के पास बैठा होगा।