पुणे: भारत में दुनिया के सबसे अधिक प्रजाति के सांप पाए जाते हैं। इस सापों में से कुछ बेहद ही जहरीली होते हैं तो कुछ बिना जहर के। बिना जहर वाले सर्पों को किसानों का मित्र कहा जाता है। सांप अक्सर चूहे और मेंढ़क जैसे जीवों को खाते हैं। लेकिन कई बार वह कुछ ऐसा खा और पी लेते हैं कि उनकी ही जान पर आफत आ जाती है। ऐसा ही कुच मामला आया महाराष्ट्र के पुणे से। यहां एक सांप ने प्लास्टिक की पन्नी खा ली। उसने यह खा तो ली, लेकिन इससे उसकी जान पर बन आई।
पन्नी खाने के बाद वह इधर-उधर भटकने लगा। लोगों ने जब उसे देखा तो गणेश नामक सर्पमित्र को फोन लगाया। गणेश ने उस सांप का रेस्क्यू किया और देखा कि उसके गले में कुछ अटका हुआ है। जांच करने पर मालूम हुआ है कि सांप के गले में प्लास्टिक अटकी हुई है, जिसे वह ना तो निगल पा रहा है और ना ही उसे बाहर निकाल पा रहा है। इसके बाद गणेश ने वह पन्नी निकालने की ठानी।
इस काम में उसने अपने भाई की भी मदद ली। अब पन्नी को निकालते हुए का वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ सांप का गला ऐसे फूला हुआ है, जैसे उसे सूजन हो गई हो। लेकिन असल में वह पन्नी की वजह से हुआ है। वीडियो में देखा जा सकता है कि गणेश कुछ औजारों की मदद से सांप के गले में फंसी हुई पन्नी को निकाल देता है।
सांप धामन प्रजाति का था
इस रेस्क्यू अभियान के बाद गणेश बताते हैं कि यह सांप धामन प्रजाति का था और यह विषरहित प्रजाति का सांप होता है। यह वैसे तो इंसानों को काटता नहीं है, लेकिन अगर खतरा महसूस होने पर काटता भी है तो इससे इंसान को ज्यादा नुकसान नहीं होता है। गणेश बताते हैं कि सांप के गले से पन्नी निकलने के बाद उन्होंने उसे जंगल में छोड़ दिया।
रिपोर्ट - जैद