लोग अपनी पढ़ाई पूरी कर नौकरी की तलाश में लग जाते हैं। नौकरी मिल भी जाती है लेकिन यहां पर एक अलग ही दुनिया होती है। जिन लोगों को सरकारी नौकरी मिल जाती है वह तो एक सिस्टम के साथ अपने आप को ढाल लेते हैं। लेकिन प्राइवेट नौकरी वालों की दुर्दशा क्या होती है यह एक डिजाइनर ने बहुत ही अच्छे तरह से ग्राफिक के जरिए समझाया है। इस ग्राफिक डिजाइनर का नाम जाफर बदरान है और शख्स की ग्राफिक बहुत तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जाफर ने अपने ग्राफिक डिजाइन के जरिए ये समझाने की कोशिस की है कि ऑफिस में किस प्रवृत्ति के लोग काम करते हैं। इसके लिए जाफर ने जानवरों का सहारा लिया है और ऑफिस में काम करने वाले लोगों के चेहरे की जगह जानवरों का मुंह लगा दिया है।
हर ऑफिस में ये देखने को मिलेगा
प्राइवेट ऑफिस में काम करने वाले लोगों का दुख वहीं समझ सकता है जो खुद प्राइवेट ऑफिस में काम करता हो। रोज-रोज काम का प्रेशर, टारगेट का प्रेशर, टीम हेड की सुनो फिर बॉस की सुनो, खुद के काम का क्रेडिट बॉस को मिल जाना या टीम हेड को मिलना, उससे अलग बॉस का पर्सनल फ्रस्टेशन भी खुद झेलो, वक्त पर छुट्टी न मिलना, मिले भी तो उतने दिन की न मिलना जितने दिन की जरूरत हो। ये सब भी झेल ले रहे तो ऑफिस में होता ये है कि एक बॉस के हिसाब से इंसान जब तक खुद को सेटल करता है तब तक दूसरे बॉस की इंट्री हो जाती है फिर उसके बाद उनके नखरे अलग झेलने पड़ते हैं। ये सब एक एम्पलॉय को उसके काम और उसके पैशन से नफरत करने पर मजबूर कर देता है। पर कुछ लोगों के लिए ऑफिस में ऐसा माहौल नहीं होता। कुछ लोगों की ऑफिस में जिंदगी बेहद ही शानदार तरीके से गुजरती है क्योंकि भाई हर ऑफिस में कर्मचारी एक तरह के ही नहीं होते। कुछ बॉस के पसंदीदा होते हैं तो कुछ लोगों की नौकरी सिर्फ और सिर्फ दूसरों की तारीफ कर के ही गुजरती है। कुछ लोग मेहनती होते है तो कुछ लोग चालाकी से अपना काम निकलवाने वाले होते हैं। ऐसे ही एम्पलॉइज की कल्पना कर इस डिजाइनर ने जानवरों की प्रवत्ति की तुलना ऑफिस के कर्मचारियों से की है।
डिजाइनर ने सबसे पहली फोटो में शूट बूट पहने शेर को दिखाया है और इसे देख कर लोग समझ सकते हैं कि शेर की तुलना डिजाइनर ने बॉस से की है। यानी शेर का दर्जा बॉस को मिला है।
इसके बाद दूसरे फोटो में घडियाल को दिखाया है। डिजाइनर की कल्पना के अनुसार ऑफिस में कुछ लोग ऐसे भी होते हैं टीम लीड करते हैं या किसी डिपार्टमेंट के हेड होते हैं। ये लोग अपने से नीचले कर्मचारियों को काम दे-देकर उनका जीना हराम कर देते हैं और उनसे किसी भी तरह से काम निकलवा लेते हैं लेकिन ये लोग सारे काम का क्रेडिट खुद ले लेते हैं। ये बॉस के साथ भी बहुत मधुर संबंध बनाए रहते हैं।
अगली फोटो में कर्मचारी के रूप में बिल्ली दिखाई दे रही है। ये वैसे लोग हैं जो ऑफिस में दूसरों को दिखाने के लिए मूर्ख बने रहते हैं और अपना काम दूसरों से करवा लेते हैं। हालांकि इनको आता सब कुछ है लेकिन ये करना कुछ नहीं चाहते।
ऑफिस में कुछ कर्मचारी लोमड़ी जैसे भी होते हैं। जो बहुत चालाक और अपना काम निकलवाने में बहुत ही माहिर होते हैं। ये लोग बॉस से चिपके रहते हैं और ऑफिस की बातें इधर-उधर करते रहते हैं। ये लोग हमेशा दूसरों की शिकायत कर अपने को बेहतर दिखाने की फिराक में होते हैं।
डिजाइनर ने अगली फोटो बंदर की दिखाई है। ऑफिस में ये कर्मचारी वह लोग होते हैं जिन्हें कुछ भी काम नहीं आता और ये बस किसी जुगाड़ से नौकरी पा गए हैं।
कुछ कर्मचारी ऑफिस में कुत्ते की तरह होते हैं। जो हर काम को अच्छे से करते हैं। ये लोग ऑफिस के लिए इतने उपयोगी होते हैं कि कोई भी इन्हें ऑफिस की पॉलिटिक्स में नहीं पड़ने देना चाहते। इन्हें इनका काम करने देते हैं और ये लोग बॉस और टीम दोनो के लिए बहुत वफादार होते हैं।
अगली फोटो में डिजाइनर ने गधे की तस्वीर लगाई है। इससे यह समझ आ रहा कि ये लोग ऑफिस के वे कर्मचारी होते हैं जो सिर्फ दिन-रात बहुत ही कड़ी मेहनत करते रहते हैं। लेकिन उन्हें पूछने वाला कोई नहीं है। इन्हें ऑफिस से सैलरी के अलावा कोई दूसरा क्रेडिट कभी नहीं मिलता और इन्हें मांगने का हक भी नहीं होता क्यों कि ये लोग अभी उस पायदान पर नहीं पहुंचे होते हैं। ये लोग ऑफिस में कभी किसी भी काम के लिए मना नहीं करते। कोई भी काम हो या कभी भी हो ये उसे करने से पीछे नहीं हटते या रात के 12 ही क्यूं न बजे हो। ये लोग अंदर ही अंदर निराशा लिए काम करते रहते हैं और धीरे-धीरे डिप्रेशन में चले जाते हैं।
ऑफिस में कुछ लोग भेड़िये की तरह होते हैं। जो होते तो तेज-तरार्र हैं लेकिन विद्रोही भी बहुत होते हैं। ये अपने हक के लिए बॉस क्या मालिक तक से भीड़ जाते हैं। ये लोग ऑफिस में किसी के साथ शोषण नहीं होने देते और खुद के साथ भी नहीं। ऐसे लोगों की बॉस से कभी नहीं बनती और ये लोग बहुत जल्द ही नौकरी से निकाल दिए जाते हैं।
सबसे आखिरी फोटो गिरगीट की है। ये ऑफिस के वह कर्मचारी होते हैं जो आपके सामने कुछ दूसरे रूप में नजर आएंगे तो आपके पीठ पीछे कुछ और ही होते हैं। ये लोग ड्यूअल कैरेक्टर के होते हैं। ये कभी भी किसी के सगे नहीं होते और हमेशा गिरगीट की तरह अपना रंग बदलते रहते हैं।
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