'Chandrayaan-3' की लॉंचिंग हो चुकी है और पूरे देश को इस मिशन की कामयाबी का इंतजार है। सभी लोग यही दुआ कर रहे हैं कि इस बार 'Chandrayaan-3' मिशन सफल हो जाए। वहीं, लॉन्चिंग से ठीक पहले फेमस इंटरनेशनल सैंड आर्टिस्ट पद्मश्री सुदर्शन पटनायक ने पुरी के तट से ISRO वैज्ञानिकों को खास अंदाज में गुड लक विश किया। रेत कलाकार ने गुरुवार को पुरी के समुद्र तट पर 'चंद्रयान-3' की कलाकृति बनाई। इसमें उन्होंने 500 स्टील के कटोरे का इस्तेमाल किया। पटनायक ने इस सैटेलाइट की कलाकृति को 22 फीट लंबा बनाया। इसे बनाने में उन्होंने 15 टन रेत का भी इस्तेमाल किया है। इस कलाकृति को बनाने में सुदर्शन पटनायक ने स्कूल के छात्रों की भी मदद ली।
कलाकार ने ISRO को दिया विजयी भव: का संदेश
कलाकार ने इस चंद्रयान-3 की कलाकृति की तस्वीर ट्विटर पर शेयर की और कैप्शन में लिखा- #चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए ISRO की टीम को शुभकामनाएं। ओडिशा के पुरी समुद्र तट पर "विजयी भव" संदेश के साथ 500 स्टील के कटोरे के साथ मेरा सैंडआर्ट इंस्टॉलेशन। ट्विटर पर तस्वीर पोस्ट करते ही उनकी ट्वीट वायरल हो गई और लोग इसे सोशल मीडिया पर शेयर करने लगे। पोस्ट शेयर करने के साथ ही लोग इस पर कमेंट भी कर रहे हैं औक सुदर्शन पटनायक की इस प्रतिभा की वाहवाही भी कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा- वाह! बहुत खूब सुदर्शन बाबू।
आपको बता दें कि चंद्रयान-3, चंद्रयान-2 का फॉलोअप मिशन है। इससे पहले भेजे गए चंद्रयान-2 मिशन में विक्रम लैंडर की क्रैश लैंडिंग हो गई थी। तीन महीने बाद नासा ने इसका मलबा ढूंढकर निकाला था और अब चंद्रयान-3 का भी मेन मोटिव चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग करवाना है। 4 साल बाद फिर से एक बार ISRO के वैज्ञानिकों का यह अग्नि परीक्षण है। इस बार फिर से चंद्रयान-3 के जरिए लैंडर और रोवर को उतारने की कोशिश की जाएगी। रोवर, एक चलने वाला रोबोट है, जिसमें 6 पहिए लगे हैं। जो लैंडर के अंदर ही होगा और ये लैंडिंग के बाद बाहर आएगा।
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