वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला पायलट रनवे से प्लेन लेकर उड़ान भरती है। उड़ान भरने के बाद महिला पायलट जैसे ही आसमान की ऊंचाइयों में प्लेन लेकर पहुंचती है, वैसे ही अचानक से प्लेत की छत खुल जाती है। वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि महिला पायलट के लिए हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। उसे सांस लेने और देखने में थोड़ी सी दिक्कत हो रही है। लेकिन महिला हिम्मत नहीं हारती और वह दिलेरी दिखाते हुए प्लेन की सेफ लैंडिंग करवा देती है।
कहां हुई चूक
प्लेन उड़ाने वाली महिला पायलट का नाम नरेन मेलकुमजन है और उसने अपने साथ हुई इस घटना की जानकारी देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने अकाउंट से घटना के दौरान की वीडियो शेयर की और लिखा कि, वह उड़ान भरने से पहले दो बार इसकी प्रैक्टिस कर चुकीं थी। महिला पायलट ने यह भी स्वीकार किया कि उड़ान भरने से पहले उसे विमान के सभी हिस्सों की जांच अच्छे से कर लेनी चाहिए थी। अगर वह ऐसा करती तो उन्हें ऐसी परिस्थिति की सामना नहीं करना पड़ता।
महिला पायलट ने बताई पूरी घटना
पायलट ने आगे लिखा कि, "वह विमान उड़ा रहीं थी और तभी कॉकपिट के ऊपर लगा विंडशिल्ड अचानक से खुल गया। यह देख वह थोड़ी देर के लिए बिल्कुल सहम गईं। हालांकि उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और सफलतापूर्वक विमान की लैंडिग कराई। उन्होंने आगे बताया कि उड़ान भरने से पहले कैनोपी लॉकिंग पिन को ठीक से लॉक नहीं किया गया था। जिससे यह घटना हुई। महिला पायलट ने आगे लिखा कि हवा का शोर इतना तेज था कि वह किसी को भी मैसेज भेजने की भी हालत में नहीं थी। ऐसे में उन्होंने सोचा और तय किया कि उन्हें बस उड़ते रहना है। इस दौरान उन्हें सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही थी और हवा के दबाव के कारण उन्हें ढंग से कुछ दिखाई भी नहीं दे रहा था। मेलकुमजन ने आगे बताया कि उन्हें नॉर्मल होने में लगभग 28 घंटे लग गए थे। पोस्ट के आखिरी में उन्होंने यह लिखा कि, "अगर आप एक पायलट हैं और यह देख रहे हैं, तो मुझे उम्मीद है कि मेरी कहानी आपके लिए एक सबक के रूप में काम करेगी और आप मेरी गलतियों से सीखेंगे।"
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