एलन मस्क की स्पेस कंपनी ‘स्पेसएक्स' (SpaceX) सैटेलाइट लॉन्च करने का काम करती है। ‘स्पेसएक्स' (SpaceX) के रॉकेट्स में जो सबसे खास बात है, जो उसे सबसे अलग बनाती है, वह ये कि मस्क ने ऐसे रॉकेट्स का आविष्कार किया है जो स्पेस में जाने के बाद वापस धरती पर खुद-ब-खुद लैंड कर जाता है। उन्होंने ये रॉकेट्स स्पेस में इकट्ठे हो रहे कचरे को कम करने के लिए किया है। हाल में ही उन्होंने अपने एक्स हैंडल से एक सैटेलाइट लॉन्च वीडियो शेयर किया है। जिसे उनकी कंपनी ‘स्पेसएक्स' (SpaceX) ने शेयर किया था।
वीडियो में दिखा फाल्कन 9 की उड़ान
वीडियो के कैप्शन में लिखा है - स्मॉलसैट राइडशेयर मिशन के दौरान फाल्कन 9 की अंतरिक्ष की उड़ान और वापसी का ऑनबोर्ड दृश्य। वीडियो में देखा जा सकता है कि 'रॉकेट फाल्कन 9' को स्पेस लॉन्च सेंटर से लॉन्च किया जा रहा है। लॉन्च के चंद सेकंड बाद ही रॉकेट धरती के वायुमंडल से भी ऊपर जाता है। नीचे पृथ्वी सिर्फ नीले रंग की दिख रही है। जैसे-जैसे रॉकेट ऊपर की तरफ जा रहा है, वैसे-वैसे धरती एक गोले की तरह दिखाई देने लगती है। रॉकेट जैसे ही धरती के वायुमंडल से अलग होकर अंतरिक्ष में पहुंचता है, वह स्थिर चाल से चलने लगता है। इसके बाद रॉकेट को वापस धरती की ओर लौटते हुए देखा जा रहा है। रॉकेट फिर से बहुत ही तेज गति से धरती के वायुमंडल से प्रवेश करते हुए वापस अपने तय जगह यानी लॉन्च सेंटर पर लैंड कर जाता है। यह नजारा रॉकेट के ऊपरी हिस्से पर लगे कैमरे में रिकॉर्ड हुआ था।
स्पेसएक्स राइडशेयर मिशन ने लॉन्च किए थे 143 सैटलाइट्स
‘स्पेसएक्स' (SpaceX) के इस कोशिश की वजह से उसे किसी भी रॉकेट का लॉन्च कॉस्ट कम करने में मदद मिलती है। वह बूस्टर्स को कई लॉन्च में इस्तेमाल करके पैसे बचा पाता है। बता दें कि, यह वीडियो तब की है जब 'फाल्कन 9' ने 143 स्पेसशिप्स को ऑर्बिट में लॉन्च किया था। यह सभी स्पेसशिप्स एक ही मिशन पर लॉन्च किए गए थे। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य, स्पेसएक्स के पहले स्मॉलसैट राइडशेयर प्रोग्राम मिशन पूरा करना था। स्पेसएक्स के अनुसार, यह राइडशेयर प्रोग्राम छोटे सैटेलाइट कंपनियों के लिए स्पेस तक पहुंचने की सुविधा को कम लागत में उपलब्ध कराता है।
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