नागपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। नागपुर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जिसको सुनकर आप हैरान हो जाएंगे। एक एंबुलेंस चालक इस गिरोह का मुख्य सूत्रधार रहा है। किसी के घर पर यदि मौत हो जाती थी तो जब वह घर के सदस्यों के साथ वह शव लेकर किसी दूसरी जगह जब जाता था या बीमार व्यक्तियों को अस्पताल लेकर जाता था और ये पक्का कर लेता था कि घर पर कोई नहीं है। तो वह तुरंत अपने बेटे को टिप देकर मकान में चोरी करने के लिए भेज देता था, जिसके बाद उसका बेटा अपने गिरोह के साथ उस घर में चोरी को अंजाम देता था।
पुलिस ने चार लोगों को धरदबोचा
पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया है। इसमें एंबुलेंस चालक को भी आरोपी बनाकर उसे भी गिरफ्तार किया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस इस गिरोह तक एक चोरी के मामले के तहकीकात करते हुए पहुंची। आरोपी अश्वजीत वानखेडे बैतूल में अपनी एंबुलेंस में शव लेकर जा रहा था, उसने अपने बेटे को टिप देकर इस घर में चोरी करवाई। जिसके बाद नागपुर पुलिस ने पिता पुत्र को गिरफ्तार कर उनके और दो नाबालिकों साथियों को भी हिरासत में लिया है।
दो लाख की चोरी
शक्कर धारा पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक अनिल टाकसांडे के मुताबिक आरोपी अश्वजीत वानखेड़े और उसका बेटा रितेश वानखड़े नागपुर के मेडिकल परिसर में एंबुलेंस चलते हैं। पुलिस के मुताबिक उसका बेटा रितेश पेशेवर अपराधी है, वह चोरियां करता है। जानकारी के मुताबिक सोमवारी क्वार्टर निवासी कल्पना हरिश्चंद्र घोड़े के पति के देहांत के बाद वह अपने पति का अंतिम संस्कार करने के लिए वानखेड़े की एंबुलेंस से शव लेकर बैतूल रवाना हुई थी। वानखेड़े को कल्पना के घर में कोई नहीं है, इस बात का पता था। इस बात को उसने अपने बेटे रितेश को बताया और कल्पना के घर में चोरी करने लिए भेजा। जिसके बाद रितेश अपने दो साथियों के साथ वहां जाकर 2 लाख का सामान चोरी करके चंपत हो गया।
सीसीटीवी से हुई पेशवर की पहचान
अपने पति का अंतिम संस्कार करके लौटने के बाद कल्पना को पता चला कि उसके घर में चोरी हुई है। चोरी का पता चलने के बाद उसने शक्कर धारा थाने में मामला दर्ज कराया। इसके पुलिस हरकतस में आई और परिसर के CCTV की जांच की। पेशवर अपराधी होने से पुलिस को रितेश के लिप्त होने का पता चला। पुलिस के हिरासत में लेने पर उसने पिता द्वारा टिप दिये जाने से नाबालिक की मदद से चोरी करना बताया। पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि यह गिरोह कब से इस तरीके का काम कर रहा था और कहां-कहां इन तरीके की घटना को अंजाम दिया है।
सीसीटीवी में सांफ दिख रहा है कि एक स्कूटर से तीन आरोपी पहुंचते हैं, तीनों ने चेहरा ढका हुआ है। वे तीनों दीवार कूदकर घर के अंदर जाते हैं और चोरी को अंजाम देने के बाद फिर से दीवार कूद कर बाहर आ जाते हैं। इसके बाद व चोरी किया हुआ सामान स्कूटर की डिक्की में रखते हैं और फिर वहां से फरार हो जाते हैं।
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