वीरता की कुछ कहानियां समय-समय पर देखने को मिलती रहती है। एक ऐसा ही वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें युवक अपनी वीरता दिखाते हुए एक बच्चे की जान बच्चा लेता है। ये वाकया महाराष्ट्र का है। ठाणे के एक रेलवे स्टेशन पर पॉइंट्समैन मयूर शेलके की कहानी ऐसी है कि जो लोगों के अंदर एक जोश भर देगी। शेल्के को रेलवे मंत्रालय द्वारा एक छोटे लड़के की जान बचाने के लिए सम्मानित किया गया था जो गलती से रेलवे पटरियों पर गिर गया था। यह घटना 2021 की है, लेकिन हाल ही में वायरल हो रही है, जिसका श्रेय भारत के पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण को जाता है।
शेल्के ने एक बच्चे की जान बचाई
छह साल के बच्चे को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालने के लिए शेल्के को एक बहादुर के रूप में सम्मानित किया गया। उस दिन एक बच्चा ठाणे में मध्य रेलवे के वनगनी स्टेशन के ट्रैक पर गिर गया था। बच्चे की मां दृष्टिबाधित थी, इसलिए यदि शेल्के ने हस्तक्षेप न किया होता तो शायद बच्चे की जान नहीं बच पाती।
अब क्यों हो रहा है वायरल?
भारत के पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने ट्विटर पर जमकर तारीफ की है। उन्होंने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “मयूर शेलके को कोटि-कोटि नमन जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर दृष्टिबाधित मां के 6 साल के बच्चे की जान बचाई। रेलवे ने मयूर के लिए नकद पुरस्कार की घोषणा की, उन्होंने इसका आधा हिस्सा बच्चे की शिक्षा के लिए दान कर दिया। मयूर के मूल्यों पर गर्व है,
देखिए दिल दहला देने वाला वीडियो
इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि प्लेटफॉर्म पर एक बच्चा अचानक अपनी मां के साथ चलते-चलते गिर जाता है। इसमें सबसे हैरानी की बात होती है कि सामने तेज गति में ट्रेन आ रही होती है। इसे देख वहां मौजूद मयूर शेल्के ट्रैक पर दौड़कर बच्चे की जान बचा लेते हैं। जैसा कि हमने आपको बताया कि बच्चे की मां दृष्टिहिन थी। ये वीडियो वाकई दिल दहला देने वाली है।