Highlights
- आंदोलन रुकने का नाम नहीं ले रहा
- महसा अमिनी की पुलिस हिरासत में हुई मौत के कारण शुरू हुआ था विरोध
- ईरान में 18 दिनों से हिजाब के विरोध में चल रहा आंदोलन रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
Iran Hijab: ईरान में हिजाब का विरोध प्रदर्शन बहुत जोरों से हो रहा है। बता दें इस विरोध प्रदर्शन में आम के साथ-साथ खास भी जुड़ रहे हैं। ईरान से शुरू हुई हिजाब की लड़ाई अब भारत तक पहुंच गई है। महिलाओं पर लगातार हो रहे अत्याचार के विरोध में अब सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहे हैं। ईरान की माहसा अमीनी की मौत का विरोध नोएडा में भी दिखाने लगा है। नोएडा के सेक्टर 15A निवासी डॉ अनुपमा भारद्वाज ने एक वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है जो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में डॉक्टर अनुपमा भारद्वाज अपने बाल काटती हुई दिखाई दे रही हैं।
आंदोलन रुकने का नाम नहीं ले रहा
दरअसल ईरान में 18 दिनों से हिजाब के विरोध में चल रहा आंदोलन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अब इस विरोध में वहां की हाई स्कूल की लड़कियां भी शामिल हो गई हैं। ईरान में बड़ी संख्या में लड़कियां सरकार के खिलाफ इस विरोध में शामिल हो गई हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 17 साल की निका शहकारमी सितंबर महीने में गायब हो गई थी, जिसकी लाश उसके परिवार को करीब 10 दिन बाद वहां के मुर्दाघर से मिली थी।
महसा अमिनी की पुलिस हिरासत में हुई मौत के कारण शुरू हुआ था विरोध
यह विरोध प्रदर्शन महसा अमिनी की पुलिस हिरासत में हुई मौत के कारण शुरू हुआ था। 22 साल की महसा अमीनी की 16 सितंबर को पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। अमीनी की मौत पर ईरान में यह विरोध प्रदर्शन साल 2019 के बाद का सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन है।
इससे पहले प्रियंका चोपड़ा ने किया था सपोर्ट
इससे पहले प्रियंका चोपड़ा ने हिजाब विरोध का सपोर्ट किया है। प्रियंका पोस्ट में लिखती हैं कि 'ईरान और दुनिया भर में महिलाएं खड़ी हैं और अपनी आवाज उठा रही हैं। दुनिया के सामने अपने बाल काट रही हैं। महसा अमिनी के लिए कई दूसरे रूप से विरोध कर रही हैं, जिनके युवा जीवन को ईरानी मोरैलिटी पुलिस ने इतनी बेरहमी से छीन लिया था। उनके हिजाब को ‘गलत तरीके से’ पहनने के लिए ऐसा किया गया'।
ज्वालामुखी की तरह फटती हैं
एक्ट्रेस आगे लिखती हैं कि 'जो आवाजें जबरदस्ती चुप्पी के बाद बोलती हैं वो ज्वालामुखी की तरह फटती हैं और वो नहीं रुकेंगी और न ही दबी होंगी। मैं आपके साहस और आपके उद्देश्य से शॉक्ड हूं। पैट्रियार्कल एस्टाब्लिशमेंट को चुनौती देने और अपने अधिकारों के लिए लड़ने के लिए, अपने जीवन को जोखिम में डालना आसान नहीं है, लेकिन आप साहसी महिलाएं हैं जो हर दिन ऐसा कर रही हैं। भले ही कोई भी कीमत चुकानी पड़े'।