इस्लाम में सुन्नी मुसलमानों के बीच मस्जिद और मुस्लिम समुदाय की नमाज का नेतृत्व करने वाले व्यक्ति को इमाम कहा जाता है। ये लोग अक्सर धर्स से संबंधित उपदेश अपने अनुयायियों को देते हुए मिलते हैं। हाल में ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान में एक इमाम ने अपने मदरसे के छात्रों को यह बताया कि जो हमारे हाथों में ये फोन है, वह काफिरों का आविष्कार है इसलिए हमें इसे नष्ट कर अपने जीवन से दूर कर देना चाहिए। यह कहते हुए इमाम ने अपने छात्रों के मोबाइल फोन उनके सामने ही हथौड़े से मारकर तोड़वा दिए।
बारी-बारी से हथौड़ा मारकर तोड़ा गया छात्रों का फोन
वीडियो में देखा जा सकता है कि एक जगह कई मुस्लिम छात्र सिर पर टोपी पहने इकट्ठे होकर बैठे हुए हैं। उनके सामने एक लकड़ी के टुकड़े पर एक शख्स लगातार उन छात्रों के मोबाइल को बारी-बारी से हथौड़ा मारकर तोड़ रहा है। सभी छात्र अपनी आंखों के सामने अपने मोबाइल फोन को तोड़ते देख रहे हैं। इधर, इमाम अपनी कुर्सी पर बैठे उन छात्रों से यह कह रहा है कि, "आज बच्चों के हाथ में मोबाइल होने ही नहीं चाहिए। इन मोबाइल का आविष्कार काफिरों ने किया था"
वीडियो देख इमाम को लोगों ने बताया पाखंडी
वायरल हो रहे इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर @EuropeInvasionn नाम के अकाउंट से शेयर किया गया है। जिसे अब तक 1 लाख 10 हजार लोगों ने देखा और ढाई हजार लोगों ने इसे लाइक किया है। वीडियो पर तमाम लोगों ने कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया भी दी है। जहां एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा - फोन को काफिरों का आविष्कार बताते हुए तोड़ रहे हैं लेकिन इस नजारे को फोन से ही रिकॉर्ड कर रहे हैं। दूसरे ने लिखा - ये सब पाकिस्तान में ही हो तो सही है। इससे आगे किसी मुल्क में ना पहुंचे ये जहर। तीसरे ने लिखा - ये लोग खुद ही एक तरह के हथियार हैं, इन्हें किसी गुफा में भेज देना चाहिए, जो पश्चिम के आविष्कार के जानवरों की खाल पहनकर रह रहे हैं। ऐसे लोग पूरी तरह से पाखंडी हैं।
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