सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म रेडिट पर एक वीडियो पोस्ट किया गया। जिसके बाद यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा रहा है कि एक एक्वेरियम में टूना मछली तैरते हुए दिख रही है। एक्वेरियम के आस-पास मौजूद लोग कैमरे से फोटो क्लिक करते है। जिसके फ्लैश से मछली अंधी हो जाती है और वह खुद को मार लेती है। इस घटना के बाद वॉटर म्यूजियम में फ्लैश फोटोग्राफी को लेकर बहस छिड़ गई है। द डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक एक एक्वेरियम के आस-पास काफी भीड़ लगी रहती है और वहां मौजूद लोग फिश टैंक की फोटोग्राफी करते हुए दिख रहे हैं। एक्वेरियम में टूना मछली तैरते हुए दिखती है और फिर वह अचानक से एक्वेरियम के नीचे डूब जाती है। इस भयानक घटना ने वहां पर मौजूद लोगों को झकझोर दिया। जो कुछ उन्होंने देखा उसके बाद कुछ को हांफते हुए सुना जा सकता है।
यूजर्स ने फ्लैस फोटोग्राफी को बैन करने की मांग की
इस वीडियो के वायरल होने के बाद एक रेडिट यूजर ने कमेंट किया और लिखा कि एक्वेरियम में फ्लैश फोटोग्राफी पर बैन लगाना चाहिए क्योंकि यह मछली को उत्तेजित और आक्रामक बना सकता है। वहीं एक दूसरे यूजर ने लिखा- "मैंने हमेशा एक्वेरियम में" नो फ्लैश फोटोग्राफी "का पालन किया है, लेकिन मुझे नहीं पता था कि फ्लैश फोटोग्राफी से मछलियों पर क्या प्रभाव पड़ता है। जब भी मैं किसी को फ्लैश फोटोग्राफी करते हुए देखूंगा तो मैं उन्हें जरूर इसके लिए मना करूंगा।" जबकि एक अन्य यूजर ने लिखा- मछलियों को नहीं पता होता कि फ्लैश क्या होता है इसलिए फोटो लेने के लिए आप फ्लैश की जगह मोबाइल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
फ्लैश कुछ जानवरों में आक्रामकता भी विकसित कर सकता है जो फ्लैश से खतरा महसूस कर सकते हैं। फ्लैश फोटोग्राफी के इन कई नकारात्मक प्रभावों के कारण, एक्वैरियम जैसे ऐक्रेलिक डिस्प्ले के पास फ्लैश फोटोग्राफी अक्सर वर्जित होती है। यदि एक्वैरियम के पास फ्लैश फोटोग्राफी का इस्तेमाल बंद कर दिया जाए तो इससे न सिर्फ जानवरों की रक्षा करेगी, बल्कि फोटोग्राफर और विजिटर्स भी सुरक्षित रहेंगे।