26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन देश में संविधान लागू हुआ था और इस दिन को हर साल भारत में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस साल देश 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस मौके पर देश के सभी स्कूल, कॉलेज, चौक-चौराहों पर तिरंगा फहराया जाता है। वहीं देश की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर झांकियां निकाली जाती है। पूरे देश में गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है। लोग अपने संबंधियों को बधाई भी भेज रहे हैं।
लोग Happy Independence Day कर रहे मैसेज
सोशल मीडिया पर तो बधाई संदेशों की बाढ़ सी आ गई है। लोग अपने परिवार, दोस्तों और सोशल मीडिया फॉलोअर्स को गणतंत्र दिवस की बधाई देने के लिए ट्विटर, इंस्टाग्राम, फेसबुक आदि का इस्तेमाल कर रहे हैं। लोग सोशल मीडिया पर 26 जनवरी की बधाई देते हुए #Happy Independence Day लिख रहे हैं। अब इन महानुभावों को कौन समझाए कि दोनों अलग-अलग दिन होते हैं। हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि देश की आम जनता के साथ-साथ उन महानुभावों का भी इस लिस्ट में नाम है जो देस के बड़े पदों पर कार्यरत हैं। अब आप ये सोचिए कि भारत देश के बाहर का कोई व्यक्ति अगर रिपब्लिक डे के दिन इंडिपेंडेंस डे की बधाई दे तो समझा जा सकता है, लेकिन इतनी बड़ी गलती जब देश के नेताओं से भी हो, तो क्या कहेंगे आप..? हमारे देश के नेता बड़े-बड़े पोस्टरों पर 26 जनवरी की बधाई के साथ #Happy Independence Day लिख रहे हैं। नहीं यकीन तो आप खुद देख लीजिए।
सोशल मीडिया पर आई मीम्स की बाढ़
ऐसे में सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई है। लोग काफी मजेदार मीम्स शेयर कर रहे हैं और बता रहे कि दोनों दिन अलग-अलग होते हैं भाई। एक यूजर ने लिखा कि गणतंत्र दिवस को अंग्रेजी में रिपब्लिक डे कहा जाता है, न कि इंडिपेंडेंस डे..याद कर लो सभी..अब आगे से ऐसी गलती करने से बचें। देश में रहकर देश के बारे में ये छोटी-छोटी जानकारी तो सभी को होनी ही चाहिए।
इंडिपेंडेंस डे और रिपब्लिक डे में अंतर
गणतंत्र दिवस (republic day) पर, देश के पहले नागरिक यानी कि राष्ट्रपति इस कार्यक्रम में शामिल होकर झंडा फहराते हैं। यह राष्ट्रीय राजधानी में राजपथ पर मनाया जाता है, इसके बाद परेड, राज्यों की झांकी, तोपखाने का प्रदर्शन आदि होते हैं। वहीं स्वतंत्रता दिवस (independence day) पर समारोह नई दिल्ली के लाल किले में होता है और उसके बाद प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करते हैं राष्ट्र के नाम संबोधित करते हैं।
नेतृत्व का अंतर
15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश के प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करते हैं। उस समय तक देश का संविधान लागू नहीं हुआ था। ऐसे में देश का नेतृत्व प्रधानमंत्री के हाथों में था। इसलिए ध्वजारोहण प्रधानमंत्री द्वारा तब से अब तक किए जाने की परंपरा है। 26 जनवरी को भारत में संविधान लागू हो गया। संविधान के मुताबिक, देश का संवैधानिक प्रमुख राष्ट्रपति होता है। इसलिए 26 जनवरी को राष्ट्रपति तिरंगा फहराते हैं। राष्ट्रपति इस दिन देश के नाम अपना संदेश भी जारी करते हैं।
जगह का अंतर
स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन लाल किले पर किया जाता है। दरअसल, 15 अगस्त 1947 को जब देश आजाद हुआ तो भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने दिल्ली के लाल किला स्थित लाहौरी गेट के ऊपर से ही भारतीय ध्वज फहराया था। वहीं 26 जनवरी 1950 को आजाद भारत का संविधान लागू होने पर पहले गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन राजपथ पर किया गया था। बाद के कुछ वर्ष में गणतंत्र दिवस का आयोजन कुछ अलग जगहों पर भी किया गया था।