कई भाइयों में प्रेम इस हद तक होता है कि वे एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते। ऐसा ही एक मामला हरियाणा के रेवाड़ी जिले के खंड खोल के गांव प्राणपुरा (गोपालपुरा) से सामने आया है। जहां छोटे भाई की मौत के 15 मिनट बाद दुखी होकर बड़े भाई ने भी दम तोड़ दिया। इन भाईयों में इतना गहरा प्रेम था कि ये दोनों एक दूसरे के बिना मर जाने की बातें अक्सर किया करते थे। दोनों भाइयों के प्रेम का मिशाल पूरा गांव देता था। अब इन दोनों की मौत के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया।
दोनों भाइयों में बचपन से था गहरा लगाव
बता दें कि प्राणपुरा गांव में भोलूराम और प्रभूदयाल नाम को दो भाई हमेशा एक साथ रहा करते थे। बड़े भाई का नाम भोलूराम था तो छोटे का नाम प्रभूदयाल था। इन दोनों का एक और तीसरा भाई था जिसका नाम बनवारी लाल था। बनवारी लाल हमेशा से अलग रहता था लेकिन भोलूराम और प्रभूदयाल ये दो भाई हमेशा साथ ही दिखते थे। प्रभूदयाल के बेटे राकेश कुमार ने बताया कि उसके पिता सीआरपीएफ से रिटायर्ड थे और एक गंभीर बीमारी से ग्रसित थे। बेटे ने बताया कि ताऊ भोलूराम को अपने छोटे भाई से बचपन से ही लगाव था। पिता के रिटायरमेंट के बाद दोनों लोग हमेशा साथ रहते थे।
छोटे की मौत के 15 मिनट बाद ही बड़े भाई की भी मौत
जानकारी के मुताबिक, 74 वर्षीय छोटा भाई प्रभूदयाल कई दिनों से बीमार चल रहा था। जिस वजह से उसकी मौत हो गई। छोटे भाई की मौत की खबर सुनते ही बड़ा भाई भोलूराम को गहरा सदमा लगा और वह गुमशुम होकर बैठ गया। छोटे भाई की मौत के 15 मिनट बाद ही बड़े भाई ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया। जब छोटे भाई की मौत हुई तो बड़े भाई ने कहा कि मुझे अकेला छोड़कर कहां जा रहा है, रुक मैं भी साथ आ रहा हूं। इतना कहने के 15 मिनट बाद ही बड़े भाई की भी मौत हो गई। मौत के बाद दोनों भाइयों को अंतिम विदाई देने के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा। सबकी आंखों में आंसू थे। दोनों की चिता एक साथ जलाई गई।
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