आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में माता-पिता दोनों को ही जॉब कर रहे हैं। इससे बच्चों के परवरिश में बहुत ही परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन लोगों ने इसका भी हल ढूंढ निकाला है। माता-पिता की अनुपस्थिति में बच्चों को डे केयर सेंटर में डाल दिया जाता है। यहां का स्टाफ बच्चों की देखभाल करता है। उन्हें सुलाने, खिलाने, पढ़ाने से लेकर हर छोटी-बड़ी चीजों का ध्यान रखते हैं। डे केयर सेंटर में 10 साल तक के बच्चों को रखा जाता है और यहीं पर उनकी परवरिश की जाती है। ये बच्चे यहां पर दिन के 6-8 घंटे बिताते हैं। कुछ बच्चे तो स्कूल के बाद भी कुछ समय यहां बिताते हैं। लेकिन किसी दूसरों के हाथ में अपने मासूम बच्चों को देने से पहले वहां की जांच-पड़ताल जरूर कर लें।
डे केयर सेंटर के स्टाफ ने 16 महीने के बच्चे को मारा थप्पड़
यह बात हम आपको इसलिए बता रहे हैं क्योंकि अभी हाल में ही एक डे केयर सेंटर से एक वीडियो सामने आया है। जिसमें वहां की स्टाफ एक 16 महीने के बच्चे को जोरदार थप्पड़ मारते हुए नजर आ रही है। मामला नवी मुंबई के वाशी के स्मार्ट थॉट्स डे केयर सेंटर का है। स्टाफ द्वारा बच्चे को मारने का वीडियो वहां लगे CCTV कोमरे में कैद हो गई। वीडियो में आप देख सकते हैं कि एक बहुत ही छोटा सा बच्चा जो खाना नहीं खा रहा है। उसे प्यार से खिलाने के बजाय वहां की स्टाफ मासूम बच्चे को जोरदार थप्पड़ मारते हुए दिख रही है।
पुलिस ने किया मामला दर्ज
मामले का खुलासा तब हुआ जब बच्चे ने घर आकर पूरी बात अपनी मां को बताई। बच्चे की बात सुनकर उसकी मां डे केयर सेंटर के स्टाफ पर नाराज हुई। जिसके बाद बच्चे की मां ने वाशी थाने में जाकर मामला दर्ज करवाया। अब इस चाइल्ड केयर सेंटर पर सवालिया निशान खड़े होते हुए दिख रहा है। माता-पिता तो अपने बच्चों को डे केयर सेंटर में डाल देते हैं। लेकिन डे केयर सेंटर में एक खामी यह भी है कि वहां के स्टाफ को किसी इंटरव्यू या परीक्षा के बाद नहीं चुना जाता। यानी यहां काम करने वाले लोगों के लिए कोई क्वालिफिकेशन की जरूरत नहीं है। ना ही वे पूर्ण रूप से ट्रेंड होते हैं।
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