एम्बुलेंस एक ऐसा साधन है, जिसका प्रयोग लोगों की जान बचाने के लिए किया जाता है। अगर हम आपसे कहें कि इसका इस्तेमाल गलत कामों में हो रहा है तो क्या आप यकीन करेंगे? अब आप सोच रहे होंगे कि एंबुलेंस का इस्तेमाल कैसे काम के लिए हो रहा है? तो चलिए आपको बताते हैं पूरी कहानी। एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक एंबुलेंस जूते-चप्पल लेकर जा रही है। यह सुनकर आप जरूर हैरान रह गए होंगे। जिस देश में एंबुलेंस न मिलने से लोगों की मौत हो जाती है, उस देश में एंबुलेंस से जूते-चप्पल ढोए जा रहे हैं।
एंबुलेंस में जूत्ता-चप्पल?
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो राजस्थान के दौसा जिले का है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एंबुलेंस के अंदर से जूते-चप्पलों के बोरे निकाले जा रहे हैं। वीडियो में युवक कह रहा है कि यह सरकारी वाहन है। यह दौसा अस्पताल की गाड़ी है। युवक पूछता है कि माल कहां से आया, इस पर काम कर रहा चालक जवाब देता है कि दौसा से आया है, लेकिन वीडियो में बोल रहा युवक भड़क जाता है। युवक का कहना है कि जयपुर से आया है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि गाड़ी के अंदर से कई बोरे निकाले जा रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद अस्पताल कर्मियों में हड़कंप मच गया है।
ड्राइवर को निकाला गया
दौसा सरकारी अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी (पीएमओ) डॉ. शिवराम मीणा ने पुष्टि की है कि एम्बुलेंस चालक, जिसे एक एनजीओ द्वारा नियुक्त किया गया था। उस ड्राइवर को निकाल दिया गया है। वहीं मामले की जांच की जा रही है।