ब्रिटेन से मुंबई आ रही फ्लाइट AI128 हवा में 40 हजार फीट के ऊंचाई पर उड़ रही थी। तभी प्लाइट में बैठे एक ही पैसेंजर को दो बार हार्टअटैक आया। गनीमत रही कि उसका जाने का टाइम अभी नहीं आया था और यमराज ठंड के मारे छुट्टी पर थे। दरअसल, जिस फ्लाइट में पैसेंजर को हार्ट अटैक आया था उसी प्लेन में एक भारतीय मूल का डॉक्टर भी था। जो ब्रिटेन के बर्मिंघम में मौजूद क्वीन एलिजाबेथ हॉस्पिटल (Queen Elizabeth Hospital) में हेपेटोलॉजिस्ट है। इस डॉक्टर का नाम डॉ विश्वराज वेमला (Dr. Vishwaraj vemla) है।
हुआ यूं कि फ्लाइट में यात्रा के दौरान एक पैसेंजर अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा। इस व्यक्ति की सांसें रुक गई थी और नब्ज़ भी बंद हो गई थी। तभी प्लाइट में मौजूद डॉ वेमला यात्री के पास आएं और उसे चेक किया। उन्होंने बताया कि यात्री को हार्ट अटैक आया है। डॉक्टर ने केबिन क्रू से पूछा कि क्या कोई दवाई उनके पास है? शुक्र है कि फ्लाइट में इमरजेंसी कीट पड़ी हुई थी। डॉक्टर ने हार्ट रेट मॉनिटर, ब्लड प्रेशर मशीन, पल्स ऑक्सीमीटर और ग्लूकोज़ मीटर से लगातार यात्री पर नजर रख रहे थे। करीब एक घंटे बाद मरीज को होश आया और उसने डॉक्टर से बात की लेकिन उसे फिर से एक बार और हार्ट अटैक आ गया। इसके बाद वह फिर बेहोश हो गया। BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, मरीज को इससे पहले दिल से संबंधित कोई बीमारी नहीं थी।
लगातार डॉक्टर ने 5 घंटे तक मरीज पर नजर रखा
ब्रिटेन से मुंबई की यात्रा पूरी करने में कुल 10 घंटे लगते हैं। इस दौरान डॉ वेमला ने 5 घंटे मरीज की हालत पर नजर रखा। उन्होंने बताया कि 5 घंटे बाद शख्स को फिर से होश आया फिर जाकर सब कुछ नॉर्मल हुआ। इस पुरे घटना को देखकर फ्लाइट में मौजूद लोग डर गए थे और उनमें एक दहशत का माहौल बना हुआ था। इसके साथ डॉक्टर ने यह भी बताया कि वह अपनी जिंदगी में पहली बार किसी कार्डियक अरेस्ट के केस को हैंडल कर रहे थे। इससे पहले वह लीवर ट्रांसप्लांट से जुड़े मामलों में स्पेशिलिटी है। उन्होंने बताया कि उन्हें इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि 40000 फीट की ऊंचाई पर एक ही इंसान को दो बार हार्ट अटैक आ जाएगा। बता दें कि डॉ वेमला बेंगलुरु अपनी मां को अपने साथ ब्रिटेन ले जाने के लिए आए थे।
यहां भी पाकिस्तान ने दिखाया अपना छोटा दिल
BBC की रिपोर्ट के अनुसार, जैसे ही व्यक्ति की हालत नाजुक हुई तो डॉ वेमला ने पायलट को किसी भी पास के एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग करने का आग्रह किया। जिसके बाद पायलट ने पाकिस्तान के एयरपोर्ट से संपर्क साधा लेकिन वहां के अधिकारियों ने इलकी इजाजत नहीं दी। खैर तब तक पायलट ने प्लेन को मुंबई एयरपोर्ट पर लैंड करवा दिया। जिसके बाद वहां पर पहले से ही मौजूद मेडीकल टीम यात्री को अस्पताल लेकर गई।
पैसेंजर ने डॉक्टर को कहा थैंक्स
जब यात्री को पता चला कि उसकी जान डॉ विश्वराज वेमला की वजह से बची है। तब उसके आंखों से आंसू छलक पड़े और उसने डॉक्टर से कहा कि आपने मुझे जीवनदान दिया है। मैं पूरी जिंदगी आपका आभारी रहूंगा और आपने जो कुछ भी मेरे लिए किया मैं उसे जिंदगी भर नहीं भूलूंगा।