बिहार की शिक्षा व्यवस्था ने अपने काले कारनामे से खूब नाम कमाया है। बिहार में शिक्षा व्यवस्था की हालत ये है कि 3 साल की डिग्री 4 साल में पूरी होती है। कभी तो 5 साल भी लग जाता है। परीक्षा में पास कराने के लिए सेंटर्स पर पैसे जमा करने पड़ते हैं ताकि बच्चे परीक्षा पास कर सकें। ताजा मामला पूर्णिया विश्वविद्यालय का सामने आया है, जहां जारी शेड्यूल से एक दिन पहले ही छात्रों की परीक्षा ले ली गई।
बीए फर्स्ट सेमेस्टर की थी परीक्षा
दरअसल, पूर्णिया विश्वविद्यालय द्वारा जारी किए गए एडमिट कार्ड में 19 जनवरी को परीक्षा होनी थी, लेकिन 19 जनवरी की परीक्षा एक दिन पहले यानी 18 जनवरी को ही ले ली गई जबकि इसकी सूचना छात्रों को नहीं दी गई थी। जब छात्र सेंटर पर परीक्षा देने पहुंचे तो सबके होश उड़ गए। इसके बाद उन्होंने विश्वविद्यालय गेट पर जमकर बवाल मचाया। हंगामा कर रहे छात्रों में एक छात्रा ने बताया कि पूर्णिया महिला कॉलेज का सेंटर पूर्णिया कॉलेज पूर्णिया में पड़ा था। यहां पर सब्जेक्ट कोड एमआईसी-1 के GEOMORPHOLOGY विषय की परीक्षा होनी थी। जिसका समय 09.30 से 12.30 तक निर्धारित था लेकिन जैसे ही छात्र सेंटर पर पहुंचे तो पता चला की इस विषय की परीक्षा 18 जनवरी यानी एक दिन पहले ही हो गई है। जब विश्वविद्यालय पता करने गए तो पता चला कि वहां भी कुछ नहीं हो सकता।
छात्रों की समस्या का हुआ निदान
मामला बढ़ता देख पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन ने इकोनॉमिक्स, पॉल साइंस और जियोग्राफी की 19 जनवरी की परीक्षा 31 जनवरी को लेने की बात कही है। पूर्णिया विश्वविद्यालय पूर्णिया के परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनय कुमार सिंह ने बताया कि पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा एक नोटिस जारी करके बताया कि जिसकी परीक्षा छूट गई है, उनकी स्पेशली परीक्षा 31 जनवरी को ली जायेगी।
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