
हाल में ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें एक महिला अधिकारी DJ डांस फ्लोर पर जमकर ठुमके लगाती नजर आई थी। जिसके बाद इस महिला अधिकारी के डांस पर बवाल मच गया। अब चूंकि डांस तो हर कोई करता है, लेकिन इनके डांस पर भला बवाल क्यों करना। तो बात सिर्फ इनके डांस की नहीं थी, बात ये थी कि DJ डांस फ्लोर पर जो महिला अधिकारी ठुमके लगाकर धमाल मचा रही थी। वह दिव्यांग कोटे से सरकारी पद पर अधीनस्थ है। सोशल मीडिया पर मैडम का डांस जैसे ही वायरल हुआ, लोगों ने उनकी भर्ती पर सवाल खड़े करना शुरू कर दिया।
'मैं दवा खाकर करती हूं डांस'
हर कोई मैडम जी को उनके डांस के लिए उन्हें घेरने लगा। सवाल करने लगा। जिसके बाद मैडम जी ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि यह लोगों की गलत मानसिकता है। दिव्यांग केवल व्हीलचेयर पर होने वाले व्यक्ति को ही नहीं माना जाता। पहले मैं वॉकर से चलती थी फिर स्टिक से चलने लगी और जब मेरा आत्मविश्वास बढ़ा तो मैंने स्टिक छोड़ बिना सहारे के चलना शुरू कर दिया। डांस करना मेरा शौक है, इसीलिए मैं पेन किलर खाकर डांस करती हूं, डांस के बाद मुझे कुछ परेशानी भी होती है, लेकिन कुछ खास आयोजनों पर मैं खुद को रोक नहीं पाती।
डांस कर रही महिला अधिकारी का नाम प्रियंका कदम है और वे मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की चयन प्रक्रिया में ऑर्थोपेडिक दिव्यांग कोटे से आबकारी अधिकारी के पद पर चयनित हुईं थीं। लेकिन जब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में उन्हें ढोल की थाप और डीजे बीट पर डांस करते हुए देखा गया तो उनकी भर्ती पर सवा उठाया जाने लगा। मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन ने इस महिला अधिकारी की भर्ती को लेकर मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव से की और आरोप लगाया कि प्रियंका कदम दिव्यांग नहीं है। उन्होंने दिव्यांग कोटे का फायदा गलत तरीके से उठाया है। साथ ही यूनियन ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की भर्ती में धांधली के भी आरोप लगाया।
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