तेंदुए के हमले के कई वीडियो आपने सोशल मीडिया पर जरूर देखा होगा। हाल में एक ऐसा ही वीडियो इन दिनों फिर से वायरल हो रहा है। जहां एक तेंदुआ रिहायशी इलाके में घुस गया और जब उसे भगाने के लिए लोग जुटे तो तेंदुआ उन लोगों पर ही टूट पड़ा। जिसके बाद लोगों ने तेंदुए को लाठी-डंडे और बांस से खूब मारा। जब तेंदुए को यह समझ आया कि अगर वह इस जगह पर थोड़ी देर और भी ठहरा तो इंसान उसे मार डालेंगे। ऐसे में तेंदुआ मौका मिलते ही सरपट दौड़कर भाग जाता है।
लोगों पर तेंदुए ने किया हमला
गांव के लोगों पर तेंदुए के हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब सर्कुलेट हो रहा है। जहां देखा जा सकता है कि तेंदुआ एक घर में छिपा बैठा होता है। जब गांव के लोगों को इस बारे में खबर लगती है, तब वे सभी लाठी-डंडे और बांस लिए तेंदुए को मारने के लिए पहुंच जाते हैं और तेंदुए को उस घर से निकालने की कोशिश करने लगते हैं। इतने में तेंदुआ बहुत तेजी से उन लोगों की तरफ दौड़ते हुए आता है और गांव के लोगों पर टूट पड़ता है। वीडियो में देखा जा सकता है कि तेंदुआ दो-तीन लोगों पर एक साथ झपट पड़ता है। ऐसे में तेंदुए का हमला देख गांव के लोग तेंदुए को लाठी-डंडे से मारना शुरू कर देते हैं। जब तेंदुए को यह समझ आता है कि अब यहां से बचना उसकी मुश्किल है तो वह तुरंत वहां से फुर्र होकर वापस किसी घर में घुस जाता है।
तेंदुए के साथ लोगों के रवैये को यूजर्स ने ठहराया गलत
यह वीडियो कहाँ और कब का है, इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। लेकिन यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वीडियो को अब तक 11 लाख लोगों ने देखा और साढ़े 4 हजार से ज्यादा लोगों ने इसे लाइक किया है। वीडियो को सोशल साइट एक्स पर @garrywalia_ नाम के यूजर ने शेयर किया है। वीडियो पर कई लोगों ने कमेंट भी किया और तेंदुए को मार रहे लोगों को गलत ठहराया। जैसे एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा - सचरमे रोंगटे खड़े हो गए लेकिन एक बात समझ नही आया की इनमे से जानवर कौन है? जो अपने व्यवहार पर कायम है या जो अपने व्यवहार को एकदम से भूल चुका है ? आप भी बता सकते हो। दूसरे ने लिखा - सच में खतरनाक है लेकिन इस तरह का तरीका बिल्कुल उचित नहीं है। वन विभाग को कायदे से ऐसे ऑपरेशन्स खुद करने चाहिए। तीसरे ने लिखा - गांव वालों ने एक तेंदुए को पीटा जब वो आवासीय क्षेत्र में आया। ये घटना बताती है कि हमें अपने जंगलों और प्राकृतिक आवासों को बचाने की कितनी जरूरत है। जब हम अपने इकोसिस्टम को संरक्षित करेंगे, तभी मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम कर सकेंगे।
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