नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर अपने ऑफिशियल अकाउंट से एक मैसेज के साथ वीडियो क्लिप शेयर की है। महिलाओं के लिए हैशटैग #DignityNotPity #UPPCares और @MinistryWCD के साथ संदेश और वीडियो क्लिप साझा किया गया है। 2 मिनट 20 सेकेंड की वीडियो क्लिप में उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपील करते हुए लिखा है कि बलात्कार और यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं को समाज से अलग नहीं छोड़ना चाहिए, वे सम्मान के साथ जीने की हकदार हैं। लोगों को उनके प्रति संवेदनशील होना चाहिए। लोगों की संवेदनशीलता को बढ़ाने के लिए लेख, वृत्तचित्र, रिपोर्ट और अन्य माध्यमों में एक तस्वीर एक हजार शब्द बोलती है। हम सभी को बुद्धिमानी से चुनना चाहिए।
आप भी देखिए वीडियो...
उत्तर प्रदेश पुलिस ने रिपोर्टों में बलात्कार पीड़ितों के प्रतिनिधित्व को 'कमजोर और कमजोर' से बचने का आग्रह किया है। सोशल मीडिया पर यूपी पुलिस ने एक वीडियो को साझा किया है जिसमें एक गरिमापूर्ण जीवन के लिए महिलाओं के अधिकार के बारे में लोगों को शिक्षित किया गया है। लेखों, वृत्तचित्रों, रिपोर्टों और अन्य माध्यमों में बलात्कार और यौन हमले के बचे लोगों के दृश्य प्रतिनिधित्व के प्रति संवेदनशीलता में वृद्धि के लिए एक तस्वीर एक हजार शब्द बोलती है और हमें एक-एक समझदारी से चयन करना होगा। क्लिप में धारा 228 (ए) आईपीसी, पॉस्को अधिनियम और एससी दिशानिर्देशों के तहत कानूनी प्रावधानों का उल्लेख है।