आमतौर पर इंसानों की मौत पर अंतिम संस्कार किया जाता है लेकिन स्विटजरलैंड में एक ग्लेशियर glacier का अंतिम संस्कार हुआ और बाकायदा उसकी अंतिम यात्रा भी निकाली गई। मालूम हो ग्लोबल वॉर्मिंग global warming के चलते स्विटजरलैंड का पॉपुलर ग्लेशियर पिजोल बर्फ से खाली हो गया है। चालीस सालों में ग्लोबल वार्मिंग के चलते पिजोल पर जमा बर्फ खत्म हो गया और ये सुंदर ग्लेशियर खत्म हो गया, अब यहां पहाड़ और पथरीली जमीन बची है। ऐसे में स्थानीय लोगों ने इसका अंतिम संस्कार करने का इरादा किया और बाकायदा काले कपड़े पहन कर इसकी अंतिम यात्रा भी निकाली।
एक ग्लेशियर की अंतिम यात्रा की खबर दुनिया में तेजी से फैल रही है और इसे ग्लोबल वॉर्मिंग के बड़े खतरे के रूप में देखा जा रहा है।
80 के दशक में यह ग्लेशियर पूरा बर्फ से ढका था। धीरे धीरे गर्माते वातावरण में यहां की बर्फ पिघलने लगी, 2006 में यहां की 80 फीसदी बर्फ पिघल चुकी थी। पिजोल को लेकर मीडिया में भी काफी चिंता जाहिर की गई थी लेकिन इसे बचाया नहीं जा सका।
कभी ऐसा दिखता था पिजोल
पिजोल उत्तर पूर्वी स्विटजरलैंड में है। इसे अंतिम विदाई देने के लिए स्थानीय लोगों के साथ कई मौसम विशेषज्ञ और ग्लेशियर वैज्ञानिक भी दो घंटे की ऊंची चढ़ाई चढ़कर पिजोल शिखर पर पहुंचे। अंतिम संस्कार के बाद पिजोल को मृत घोषित कर इसके अच्छे दिनों को याद किया गया। वैज्ञानिक बताते हैं कि 80 के दशक में यह बहुत बेहतर ग्लेशियर था। धीरे धीरे बदलते मौसम के चलते बर्फ पिघलने लगी। कई कोशिशें की गई लेकिन इसका पिघलना जारी रहा। वैज्ञानिक कहते हैं कि पिजोल का मरना इस बात का संकेत है कि आज का इंसान आने वाली पीढ़ी को बस पथरीली बंजर जमीन दे सकता है और कुछ नहीं।