किस्मत कब क्या करवट ले, कहा नहीं जा सकता। कभी कभी किसी को फाके करवा देती है और कभी किसी को छप्पर फाड़ कर पैसा देती है। महाराष्ट्र के एक युवक के साथ ऐसा ही हुआ। कोरोना को मात देकर वो अस्पताल से घर लौटा ही था कि उसे पांच करोड़ की लॉटरी की खबर मिली। पिछले साल लगे लॉकडाउन में बिजनेस में काफी नुकसान उठाने के बाद इस युवक की आर्थिक हालत खराब हो गई थी, ऐसे में इसे कोरोना भी हो गया। लेकिन शायद ईश्वर परीक्षा ले रहा था, जिसमें सफल होने के बाद इसे जमकर पुरस्कार भी मिला।
इस लकी युवक का नाम है राजकांत पाटिल। राजकांत महाराष्ट्र के ठाणे में रहते हैं। कोरोना काल से पहले उनका अच्छा खासा कारोबार था। लेकिन कोरोना ने सब कुछ तहस नहस कर दिया। वो आर्थिक रूप से टूटने के बाद मानसिक रूप से भी परेशान हो गए थे। घर में मां पत्नी औऱ दो बच्चे थे।
पिछले दिनों उन्हें कोरोना भी हो गया था जिसके चलते वो अस्पताल में भर्ती थे, वहां से लौटते ही ये खुशखबरी मिली जिसे राजकांत ने मजाक समझा।
राजकांत का कहना है कि उसने डेढ़ महीने पहले पंजाब लॉटरी के सौ सौ रुपए के दस टिकट औऱ पांच सौ रुपए की दो लॉटरी ऑनलाइन खरीदी थी। उस वक्त वो हताश महसूस कर रहे थे, कारोबार का ठिकाना नहीं था, घरवाले परेशान थे। इसी वजह से कुछ करिश्मे की आस में राजकांत ने लॉटरी तो खरीद ली लेकिन कोरोना संक्रमित होकर अस्पताल गए तो भूल गए।
लेकिन जब वो अस्पताल से ठीक होकर घर लौटे तो उनके पास एक फोन आया जिसमें उनके पांच करोड़ की लॉटरी जीतने की बात की गई। राजकांत को लगा कि कोई मजाक कर रहा है। लेकिन जब फिर दोबारा फोन आया तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उनकी पांच सौ रुपए की लॉटरी पर पांच करोड़ का ईनाम निकला था।
राजकांत का कहना है कि उसके परिवार ने अच्छे काम किए होंगे जो इतना बड़ा पुरस्कार मिला है। वो इन पैसों से अपने कारोबार को फिर खड़ा करेंगे।